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MP News: छिंदवाड़ा में बड़ा राजनीतिक खेल, नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव गिरा, कमल नाथ के गढ़ में अंतिम किला हारी भाजपा..

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा नगर निगम में भाजपा की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया, जिससे कांग्रेस का अंतिम किला बचा रहा। यह छिंदवाड़ा, जो कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का गढ़ माना जाता है, में भाजपा की बड़ी हार के रूप में देखा जा रहा है।

By: Rekha 
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MP News: छिंदवाड़ा में बड़ा राजनीतिक खेल, नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव गिरा, कमल नाथ के गढ़ में अंतिम किला हारी भाजपा..

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा नगर निगम में भाजपा की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया, जिससे कांग्रेस का अंतिम किला बचा रहा। यह छिंदवाड़ा, जो कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का गढ़ माना जाता है, में भाजपा की बड़ी हार के रूप में देखा जा रहा है।

अविश्वास प्रस्ताव: भाजपा पार्षदों की क्रॉस वोटिंग
छिंदवाड़ा नगर निगम में 48 पार्षद हैं, जिनमें से भाजपा के पास बहुमत था। अविश्वास प्रस्ताव को पास कराने के लिए 32 मतों की आवश्यकता थी, लेकिन प्रस्ताव के पक्ष में केवल 27 वोट मिले, जबकि विपक्ष में 21 वोट पड़े। चौंकाने वाली बात यह रही कि कांग्रेस के पास केवल 14 पार्षद थे, लेकिन भाजपा के 7 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कांग्रेस का समर्थन किया, जिससे प्रस्ताव गिर गया।

कांग्रेस का जीत का जश्न
भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव को गिरते हुए देख कांग्रेस में जश्न का माहौल बन गया। नगर निगम अध्यक्ष सोनू मागो ने कहा, “यह लोकतंत्र की जीत है। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। हमें जनता की सेवा के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया था और अब भी जनता की सेवा करेंगे।”

भाजपा के लिए हार का सबब
भाजपा के लिए यह हार राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि नगर निगम के पार्षदों की संख्या में बहुमत होने के बावजूद वे अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं कर पाए। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह हार कमल नाथ के मजबूत राजनीतिक किले को और भी मज़बूत बनाती है। भाजपा के 7 पार्षदों की क्रॉस वोटिंग ने पार्टी की आंतरिक एकता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

रणनीति के बावजूद हार
भाजपा की पूरी रणनीति नगर निगम के अध्यक्ष पद पर कब्जा करने की थी, क्योंकि महापौर भी भाजपा से थे। लेकिन, पार्षदों की क्रॉस वोटिंग और आंतरिक कलह के चलते यह संभव नहीं हो पाया, जिससे कांग्रेस ने इस महत्वपूर्ण पद को बरकरार रखा।

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