इंदौर, जो पहले से ही स्वच्छता में 7 बार नंबर 1 का ताज हासिल कर चुका है, अब जल संवर्धन में भी अपनी चमक बिखेर रहा है। आज मंगलवार को इंदौर को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित पांचवें नेशनल वाटर अवार्ड में पश्चिम जोन में सर्वश्रेष्ठ जिला के सम्मान से नवाजा गया। यह इंदौर के लिए चौथी बार जल संरक्षण में मिलने वाला पुरस्कार है, जो नदियों और भूजल को सहेजने की दिशा में उसके निरंतर प्रयासों को दर्शाता है।
इंदौर की जल संवर्धन यात्रा
स्वच्छता में 7 बार नंबर 1 का ताज पहनने वाला इंदौर, अब जल संवर्धन में भी उत्कृष्टता का परिचय दे रहा है। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर के जिला कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, और जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
पुरस्कृत इतिहास
इंदौर को पहले भी वर्ष 2018 और 2022 में पश्चिम जोन में सर्वश्रेष्ठ जिला का पुरस्कार मिल चुका है। वहीं, 2023 में बेस्ट नगरीय निकाय श्रेणी में भी इंदौर को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था। यह लगातार प्रदर्शन इंदौर के जल संरक्षण के प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
भविष्य की योजनाएं
चौथा वाटर अवार्ड प्राप्त करने के साथ ही इंदौर ने अपनी योजनाओं को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। जिले की सभी नदियों, तालाबों और कुओं की जीआईएस मैपिंग की जाएगी, जिससे जलाशयों की सतत निगरानी और संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। शहरी क्षेत्र में भूजल पुनर्भरण की सुविधाओं को भी बढ़ाने की योजना है, जिसमें अगले एक वर्ष में 2 से 3 लाख घरों में जल पुनर्भरण इकाइयाँ स्थापित की जाएंगी।
इसके अलावा, कान्ह और सरस्वती नदियों के कैचमेंट एरिया को बढ़ाने और इनके पानी को नए तालाबों में संचित करने की योजना पर भी कार्य चल रहा है।
इंदौर की यह उपलब्धि न केवल जल संरक्षण के प्रति उसके प्रयासों को मान्यता देती है, बल्कि अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।