आज एक बार मजदूरों के मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी को जमकर घेरा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए दोनों पार्टियों की नसीहत दे डाली है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से लॉकडाउन से पीड़ित व घर वापसी को लेकर मजबूर प्रवासी श्रमिकों की बदहाली व रास्ते में उनकी मौत आदि के कड़वे सच मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के सामने हैं वह पुनःस्थापित करते हैं कि केन्द्र व राज्य सरकारों को इनकी बिल्कुल भी चिंता नहीं है जो कि अति-दुखद है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि देश में लॉकडाउन के आज 65वें दिन यह थोड़ी राहत की खबर है कि माननीय न्यायलयों ने कोरोना वायरस की जांच व इलाज में सरकारी अस्पतालों की बदहाली, निजी अस्पतालों की उपेक्षा व प्रवासी मजदूरों की बढ़ती दुर्दशा व मौतों के संबंध में केन्द्र व राज्य सरकारों से सवाल-जवाब शुरू कर दिया है।
आपको बता दे कि यूपी में अब तक 25 लाख से अधिक श्रमिक वापिस आ चुके है और सीएम योगी ने बाकी राज्यों पर उनके साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप लगाया है।
उसी के बाद कांग्रेस की राज्य सरकारें योगी जी और बीजेपी पर हमला कर रही है लेकिन मायावती की और से देखा जाए तो बीजेपी पर कम और कांग्रेस पर अधिक हमले वो कर रही है।
जाहिर सी बात है जिस तरह प्रियंका गाँधी कांग्रेस को यूपी में ज़िंदा करने की कोशिश कर रही है उससे बीजेपी के वोट बैंक को कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन मायावती की ज़मीं खिसक सकती है।