आज बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यरमंत्री मायावती ने इसे लेकर यूपी की जनता को सतर्क किया । नवाब मलिक का नाम लिए बगैर मायावती ने कहा है कि कभी आतंकवाद तो कभी कभी महाराष्ट्र में चल रही जांच एजेंसियों की गतिविधियों को भी लेकर उत्तिर प्रदेश चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है।
गुरुवार सुबह मायावती ने अपने ट्विटर हैंडल से किए एक ट्वीट में लिखा- ‘उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा के आमचुनाव को प्रभावित करने के लिए देश में कभी आतंकवाद के नाम पर व कभी महाराष्ट्र में चल रही जांच एजेन्सियों की गतिविधियों को भी लेकर जो कुछ हो रहा है, यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। जनता जरूर सतर्क रहे।’
बात दे की, इसके पहले कल सपा अध्यिक्ष अखिलेश यादव ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी पर बयान दिया था। उन्हों ने भाजपा सरकार पर एजेंसियों के गलत इस्तेवमाल का आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा घबराती है। उन्होंमने कहा था कि भाजपा इस तरह की एजेंसियों को सामने लाकर के लोगों को अपमानित करती है, झूठे मुकदमे में फंसाती है। झठे मुकदमे लगाकर जेल भेजती है। यूपी में हमने कई बार देखा है।
यहां पर भाजपा ने बताया था कि उनको खतरा है कि विधानसभा में आतंकवादी हमला हो सकता है, लेकिन पुड़िया निकली थी। पुड़िया में लकड़ी का बुरादा, घिसा हुआ पाउडर था। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग कुछ भी कर सकते हैं।
वही, पांचवें चरण के 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग होनी है, जहां पर 692 उम्मीदवार किस्मत आजमाने उतरे हैं। पांचवें चरण में भगवान श्रीराम के अयोध्या से लेकर प्रयागराज और चित्रकूट जैसे धार्मिक नगरी में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सियासी संग्राम होने हैं। बीजेपी के लिए अपने दुर्ग को बचाए रखने की चुनौती है तो सपा, बसपा और कांग्रेस सत्ता की वापसी दारोमदार इसी चरण में टिका है।