रिपोर्ट – माया सिंह
बिहार : बिहार में शराबबंदी कानून के वजह से आपने शराबियों को परेशान होते देखा होगा । या फिर यूं कहें कि शराबबंदी के नाम से ही सबसे पहले हमारा ध्यान शराब पीने वाले के तरफ जाता है । अगर हम कहें कि शराबबंदी के वजह से किसी की शादी रूक सकती है तो शायद आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन यह सच है ।बिहार के बांका जिले से एक ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है जहां शराबबंदी होने के वजह से एक जोड़े कि शादी नहीं हो पाई और अब उन्हें मजबूरन लिव इन रिलेशनशिप में रहना पड़ रहा है ।
दरअसल, झारखंड से सटे बांका जिले में संथाल आदिवासियों की संख्या ज्यादा है । दिलचस्प बात यह है कि संथाल आदिवासियों में बिना शराब के कोई भी आयोजन पूरा नहीं होता । यहीं नहीं, एक अनोखा परंपरा यह भी है कि गांव के प्रधान के बिना आदिवासी समुदाय में कोई भी शादी की रस्म पूरी नहीं होती । यहां तक की शादी की सबसे महत्वपूर्ण रस्म कन्यादन प्रधान ही करता है ।
जानकारी के मुताबिक दुर्भाग्यवश शादी के लिये रखा गया शराब पुलिस ने बरामद कर लिया और साथ ही गांव के प्रधान को अपने हिरासत में ले लिया , इसके बाद शादी रूक गई । असल में बगैर दुल्हन लिये लौटने पर दुल्हा को गांव में प्रवेश तक नहीं मिलता , जिसके कारण बाराती दो दिन तक प्रधान के रिहाई का बेसब्री से इंतजार करते रहे ।
समाज के लोगों ने जिला अधिकारियों से कन्यादान की रस्म करने के लिये प्रधान को छोड़ने की काफी सिफारिश की लेकिन प्रधान रिहा नहीं हो पाया । इसके बाद जो हुआ शायद आप सोच भी नहीं सकते , बिना शादी किये लड़की को दुल्हे के साथ विदा कर दिया गया । शादी नहीं हो पाने की वजह से पहली बार समाज के तरफ से किसी जोड़े को खुलेआम लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिये अनुमति दी गई ।