महाकुंभ 2025 का शुभारंभ मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हो चुका है। संगम नगरी प्रयागराज में देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने कड़ाके की ठंड की परवाह किए बिना पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। आध्यात्मिकता से ओत-प्रोत इस आयोजन में विदेशी भक्तों की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही। पूरा कुंभ मेला क्षेत्र भव्य सजावट और धर्म की गूंज से आलोकित हो उठा है।
अखाड़ों का अमृत स्नान: 13 अखाड़ों का पवित्र क्रम
महाकुंभ 2025 में अखाड़ों का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति के अवसर पर संपन्न हुआ। श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने सबसे पहले संगम में डुबकी लगाई। सभी 13 अखाड़ों ने पूर्व निर्धारित क्रम से स्नान किया।
अमृत स्नान का महत्व बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाही स्नान का नाम बदलकर “अमृत स्नान” कर दिया, जिससे संत और श्रद्धालु विशेष उत्साहित हैं। अखाड़े के संतों ने पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ रथ पर सवार होकर संगम की ओर प्रस्थान किया।
सीएम योगी का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की शुरुआत पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “महाकुंभ हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है। मकर संक्रांति के इस पावन पर्व पर सभी श्रद्धालुओं को अमृत स्नान की बधाई।”
UP CM Yogi Adityanath tweets, "This is the living form of our eternal culture and faith. Today, on the auspicious occasion of the great festival of faith, 'Makar Sankranti', congratulations to all the devotees who earned virtue by taking the first 'Amrit Snan' at the Triveni… pic.twitter.com/2jm3NdG9LJ
— ANI (@ANI) January 14, 2025
महाकुंभ 2025 की भव्यता
10,000 एकड़ के विशाल क्षेत्र में आयोजित यह महाकुंभ, दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम है, जिसमें आस्था और परंपराओं का अद्भुत मिलन देखने को मिलता है। कुंभ मेला प्रशासन ने अखाड़ों के स्नान क्रम और समय का पूर्व निर्धारित प्रबंधन किया, जिससे आयोजन सफल और सुव्यवस्थित रहा।