प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ की शुरुआत हो रही है। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार और देहरादून से प्रयागराज के लिए सीधी बस सेवा शुरू की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर यह सेवा प्रारंभ की गई है। उत्तराखंड परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक रीना जोशी ने इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
देहरादून से दो विशेष बसें चलेंगी
विशेष बस सेवा में दो प्रकार की बसें शामिल हैं। साधारण बस: यह बस रोजाना सुबह 10 बजे दून आईएसबीटी से रवाना होगी। इसमें किराया 1,160 रुपये प्रति यात्री है। यात्रा की अवधि लगभग 18 से 19 घंटे होगी।
सुपर डीलक्स वॉल्वो बस: यह बस रोजाना शाम 5 बजे दून आईएसबीटी से रवाना होगी। वॉल्वो बस का किराया 2,279 रुपये प्रति यात्री है और इसकी यात्रा लगभग 16 घंटे में पूरी होगी।
इन बसों के मार्ग में हरिद्वार, नजीबाबाद, मुरादाबाद, लखनऊ, रायबरेली और अन्य स्थानों का रास्ता होगा। यह सुविधा महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुविधाजनक बनाएगी।
महाकुंभ की तैयारी और शाही स्नान का महत्व
महाकुंभ में शाही स्नान का विशेष महत्व होता है, जो विशेष रूप से साधु-संतों द्वारा किया जाता है। इसके बाद श्रद्धालु भी मां गंगा में डुबकी लगाते हैं। इस बार शाही स्नान निम्नलिखित तारीखों पर होंगे:
पहला स्नान: 13 जनवरी
दूसरा स्नान: 14 जनवरी
तीसरा स्नान: 29 जनवरी
चौथा स्नान: 3 फरवरी
पांचवां स्नान: 12 फरवरी
छठा और अंतिम स्नान: 26 फरवरी
यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। दोनों बसों में दो-दो चालक नियुक्त किए गए हैं ताकि यात्रा सुरक्षित और आरामदायक रहे। साधारण बस सुबह 10 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 5 बजे प्रयागराज पहुंचेगी, जबकि वॉल्वो बस शाम 5 बजे रवाना होकर सुबह 9 बजे प्रयागराज पहुंचेगी।
धारी देवी और नागराज की डोली शोभायात्रा
महाकुंभ के अवसर पर 11 जनवरी को ईष्ट देव सेवा ट्रस्ट की ओर से मां धारी देवी और भगवान नागराज की डोली शोभायात्रा भी प्रयागराज के लिए रवाना होगी। यह यात्रा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से होते हुए 30 जनवरी को प्रयागराज पहुंचेगी, जहां डोली संतों और अखाड़ों के दर्शन करेगी।
महाकुंभ 2025 के लिए भव्य तैयारी
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकारें महाकुंभ के लिए व्यापक तैयारियां कर रही हैं। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सीधी बस सेवा के साथ, श्रद्धालु अब प्रयागराज तक की यात्रा को और भी अधिक आरामदायक और सुविधाजनक तरीके से कर सकेंगे।