महाकुंभ में अब तक स्नान करने वालों की संख्या 8 करोड़ 26 लाख तक पहुंच गई है। रविवार को अकेले 44.9 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई। इसके अतिरिक्त, 10 लाख कल्पवासियों ने भी स्नान किया। महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या का अनुमान 40 करोड़ से अधिक है। हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है, और सभी घाट आस्था की डुबकी लगाने वालों से भरे रहते हैं।
पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर हुआ था, लेकिन अब भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। रविवार की सुबह कोहरे के बावजूद, दोपहर में मौसम साफ हो गया और श्रद्धालुओं की भीड़ संगम मार्ग और मेले के प्रमुख रास्तों पर चलती रही।
मौनी अमावस्या पर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या पर महाकुंभ के प्रमुख अमृत स्नान पर्व के लिए विशेष प्रबंध का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी के दौरान महाकुंभ मेला क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन और संचार तंत्र को और बेहतर बनाना चाहिए।
रविवार को 12 लाख 79 हजार श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। इसके अलावा, संगम की रेती पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास कर रहे हैं। महाकुंभनगर जिला प्रशासन ने 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर्व के अवसर पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को ध्यान में रखते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं।
महाकुंभ में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या
इस बार के महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है। संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सभी प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।
सीएम योगी ने दिए सुरक्षा प्रबंधों के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि श्रद्धालुओं की आस्था का पूरी तरह सम्मान किया जाए। उन्हें यदि किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो व्यवस्थाओं में लगे लोग मदद के लिए आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन और संचार तंत्र को और बेहतर किया जाए।
बिजली और पेयजल आपूर्ति हो, शौचालय और उसकी सफाई हो, पांटून पुलों का अनुरक्षण हो, अथवा भीड़ के मूवमेंट की रणनीति, हर एक बिंदु पर अच्छी तैयारी होनी चाहिए।
यातायात प्रबंधन/गाड़ियों की पार्किंग के बारे में लगातार प्रचार-प्रसार किया जाए: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज pic.twitter.com/w45BFUnF4M
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 19, 2025
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कहा कि मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए। भीड़ प्रबंधन की दृष्टि से इन विशेष दिनों पर पांटून पुल पर आवागमन वन-वे रखा जाए।
आगामी मौनी अमावस्या के अवसर पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। गणतंत्र दिवस पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे, इसलिए सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिकोण से पुख्ता प्रबंध किए जाने चाहिए।
सुविधाओं की व्यवस्था और यातायात प्रबंधन
सीएम योगी ने कहा कि बिजली, पेयजल आपूर्ति, शौचालय की सफाई, पांटून पुलों का रखरखाव, भीड़ के मूवमेंट की रणनीति और यातायात प्रबंधन सहित सभी पहलुओं पर बेहतर तैयारी की जानी चाहिए। इसके अलावा, गाड़ियों की पार्किंग के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि यातायात व्यवस्था में कोई समस्या न हो।
मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के दौरान यह प्रयास किया जाएगा कि श्रद्धालु जिस रास्ते से आ रहे हैं, वे उसी के निकटस्थ घाट पर स्नान कर सकें।