नई दिल्ली : यूपी एटीएस ने लखनऊ समेत कई शहरों को आतंकी साजिश का शिकार होने से सुरक्षित कर दिया। हालांकि इस साजिश में लगे अन्य संदिग्धों के लिए लगातार छापेमारी का दौर जारी है। वहीं एटीएस ने दो संदिग्ध आतंकियों को अपने हिरासत में लिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है। वहीं पूछताछ के आधार पर पिछले 24 घंटों में 10 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आपको बता दें कि यूपी के अलग-अलग शहरों में एटीएस के छापेमारी का दौर जारी है।
पकड़े गये संदिग्ध आतंकियों का कनेक्शन का अलकायदा समर्थित अंजार गजवा तुल हिंद से सामने आया है, जिसे लखनऊ के काकोरी और मड़ियांव से गिरफ्तार किया गया है। एटीएस का दावा है कि दोनों आतंकी स्वतंत्रता दिवस के आसपास यूपी में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट की योजना बना रहे थे। दोनों की साजिश यूपी के कई शहरों में फिदायीन हमले की भी थी।
विस्फोटक सामाग्री सहित कई शहरों के नक्शे बरामद
संदिग्ध आतंकियों के पास से कुकर बम, आईईडी समेत बड़ी मात्रा में विस्फोटक, पिस्टल व अन्य सामग्री सहित कई प्रमुख शहरों के नक्शे बरामद हुए हैं। अयोध्या के राम मंदिर के आसपास की रेकी के नक्शे आतंकियों के पास से मिले हैं। काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों के नक्शे एटीएस को आतंकियों के पास से मिले है। नक्शों में अलग-अलग पॉइंट से चिन्हित किया गया है। टेलीग्राम और वीडियो कॉल व्हाट्सएप कॉल की चैटिंग भी एटीएस के हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
कानपुर से 4 और संभल से 2 संदिग्धों की गिरफ्तारी
लखनऊ के काकोरी से दो आतंकियों की गिरफ़्तारी के बाद एटीएस ने कानपुर से 4 और संभल से 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एटीएस इस मामले में कई ज़िलों में छापेमारी कर रही है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि पकड़े गए संदिग्धों की शिनाख्त दुबग्गा के जेहटा बरावन कला स्थित बगारिया निवासी मिनहाज अहमद और मड़ियांव के मोहिबुल्लापुर निवासी मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के रूप में हुई है।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर से चलने वाला संगठन
एडीजी के मुताबिक, एटीएस को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर से आतंकी गतिविधियां संचालित करने वाला अलकायदा का सदस्य उमर हलमंडी अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) संगठन में लोगों को भर्ती कर उन्हें उकसाता था। यह संगठन अलकायदा के गजवा तुल हिंद संगठन के तहत काम करता है। इसी के तहत उमर ने लखनऊ में मिनहाज, मुशीर और शकील को तैयार किया था।
ये सभी 15 अगस्त से पहले लखनऊ के महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़ वाले इलाकों में बम धमाके की तैयारी में थे। शुक्रवार रात को इसी साजिश के तहत मिनहाज के घर पर एक कुकर बम तैयार किया गया था। इसके अलावा फिदायीन हमले की भी तैयारी थी।
एक घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन
दुबग्गा से कानपुर रोड की तरफ जाने वाले रास्ते में स्थित मिनहाज के घर पर एटीएस की टीम सुबह करीब 10 बजे पहुंची। एटीएस ने मिनहाज के ताऊ रियाज और उनके पड़ोसी शाहिद के घरों को भी घेर लिया। ऐहतियात के तौर पर स्थानीय पुलिस की मदद से आसपास के घरों को भी खाली करवा लिया गया। करीब एक घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के दौरान एटीएस को मिनहाज के घर से कई किलोग्राम विस्फोटक, आईईडी, कुकर बम, सूटकेस में बड़ी मात्रा में उपकरण, बम बनाने का सामान, टाइमर और एक पिस्टल बरामद हुई। मुशीर के घर से भी विस्फोटक और अन्य सामग्री मिली है।
कई साथी मौके से भाग निकले
एटीएस की पूछताछ में सामने आया है कि मिनहाज और मुशीर के दो साथी एटीएस के पहुंचने से कुछ देर पहले वहां से निकल गए थे। हालांकि, उनकी संख्या दो थी या इससे ज्यादा, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल एटीएस इस संगठन के कानपुर समेत अन्य जिलों में फैले नेटवर्क के बारे में पड़ताल कर रही है। दोनों आरोपितों को सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी। इसके बाद एटीएस समेत अन्य एजेंसियां उनसे पूछताछ करेंगी। पड़ताल में सामने आया है कि मिनहाज पहले कुर्सी रोड स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में टेक्निशन था। मिनहाज और मुशीर को बम बनाने की ट्रेनिंग भी मिली है।