आईपीएस अमित पाठक का तबादला मुरादाबाद जरूर हुआ है, लेकिन वे पहले आगरा में SSP रहे हैं। अमित पाठक ने आगरा में कई ऐसा काम किए हैं कि वह सदा याद किए जाते हैं। उन्हें बाद में नई जिम्मेदारी सौंपी गई जिसकी वजह से उनका मुरादाबाद में तबादला हो गया।
अमित पाठक ने 23 सितंबर, 2017 को एसएसपी आगरा के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। अपने पौने दो साल के कार्यकाल में एसएसपी अमित पाठक सुर्खियों में रहे। उन्होंने पुलिस महकमे में हेलमेट की शुरूआत की और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू करते हुए पुलिसकर्मियों पर मुकदमे दर्ज कराए।
अमित पाठक गरीबों के मदद करने के लिए जाने जाते है। वहीं उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान भी चलाया और चौराहों के 30 मीटर के दायरे को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। बिजलीघर चौराहे को टेम्पो वालों के आतंक से मुक्ति दिलाई। यातायात की दुरावस्था देखने के लिए उन्होंने आगरा शहर के साइकिल से चक्कर लगाए। भीषण गर्मी के बावजूद उन्होंने कई थानों को साइकिल से निरीक्षण किया। इस कारण वे खास लोकप्रिय हुए। वहीं आगरा के सबसे बड़े सटोरिये श्याम वोहरा को जेल भेजा। श्याम वोहरा प्रत्येक पुलिस वाले को अपना गुलाम बनाक रखता था, लेकिन अमित पाठक के आगे उसकी एक न चली। उन्होंने कई क्राइम को रोका है साथ ही कई पुलिस कर्मियों को जेल भी भेजा, कोई सिफारिश भी काम न आई। अमित पाठक ने कूड़ा जलाने वालों पर सख्ती दिखाई। जुर्माना भी वसूला। इनके काम को देखते हुए उन्हें मुरादाबाद में तबादला कर दिया। वहीं बात करें मुरादाबाद कि तो अमित पाठक की पोस्टिंग के बाद वहा जीरों क्राइम हो गया है।
कोरोना वायरस के कारण भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस दौरान किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। ऐसे में किसी को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं। अमित पाठक ने अपने पुलिस कर्मियों के द्दारा गरीबों के घर खाना पहुंचाया। मुरादाबाद जिला प्रशासन द्वारा गठित कंट्रोल रूम में फोन कर अब लोग फूड पैकेट प्राप्त कर सकते है। इन नंबर पर फोन कर के आप भोजन ले सकते है05912412728 9454416893.