प्रधानमंत्री की 3 जनवरी की लक्षद्वीप यात्रा और उस पर मालदीव की प्रतिक्रिया के बाद अरब सागर में स्थित 36 द्वीपों वाला यह केंद्र शासित प्रदेश दुनियाभर में सुर्खियों में आ गया है। लक्षद्वीप में पर्यटन विकास के लिए नई योजनाओं पर काम शुरू हो गया है। सबसे ज्यादा फोकस यहां के टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्टर पर है, जो अभी बेहद सीमित है।
सरकार ने लक्षद्वीप के विकास का फ्यूचर प्लान तैयार किया है। इसके तहत अगले पांच साल में लक्षद्वीप में पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए 6 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा, सबसे महत्वपूर्ण कदम यह है कि यहां आने वाले बढ़ते पर्यटकों के लिए बड़ा नया एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा।
लक्षद्वीप के कलेक्टर अर्जुन मोहन का कहना है कि अभी सबसे ज्यादा फोकस द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्से स्थित मिनिकॉय द्वीप पर नए एयरपोर्ट विकसित करने पर है। जिसका सैन्य और नागरिक दोनों उड़ानों के लिए उपयोग किया जा सकेगा। नए एयरपोर्ट का डिजाइन बड़े विमानों की लैंडिंग के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। ताकि कम लागत में यहां आने वाले ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को हैंडल किया जा सकें।
मिनिकॉय में बनने वाला एयरपोर्ट सामरिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह सैन्य फैसिलिटी से मालदीव और श्रीलंका के पास है और सैन्य उड़ानें शुरू होने से देश की सुरक्षा और चाक-चौबंद होगी। फिलहाल लक्षद्वीप में अगत्ती द्वीप पर एयरपोर्ट है जो द्वीप का एकमात्र एयरपोर्ट है और यहां सिर्फ छोटे विमानों की ही लैंडिंग हो पाती है।
पर्यटकों को आवेदन के दिन ही परमिट जारी करने की तैयारी
• पर्यटन को बढ़ाने के लिए करवत्ती और बेंगराम द्वीप पर परमिट के साथ शराब की बिक्री की अनुमति दी गई है।
• लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल पटेल ने कहा है कि परमिट एक ही दिन में जारी करने का प्रयास हो रहा है।
• अभी पर्यटक एक बार मंजूरी के बाद 7 दिन ही रुक सकते हैं, इसे भी बढ़ाने पर विचार हो रहा है।
360 से ज्यादा लैगून विला विकसित कर रही सरकार
समय के साथ यहां पर्यटकों के लिए सुविधाओं में भी विस्तार हो रहा है। सरकार 360 लैगून विला के प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही है। लैगून विला प्रोजेक्ट में सुहेली, मिनिकॉय और कदमात द्वीप पर 230 बिच विला, 140 वाटर विला और 370 रूम विला बनाने की तैयारी है। हाल में टाटा ग्रुप की सहयोगी इंडियन होटल्स लि. ने ताज नाम से रिसॉर्ट लॉन्च किए हैं।
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