आज के समय में हृदय योग आम बात हो गयी है और इसका एक कारण प्लेटलेट्स का कम होना भी है। हमारे हृदय की धमनियों की दीवारों में जब कफ जमा होता है तो धीरे धीरे रक्त प्रवाह में समस्या आती है और हृदय की धड़कन मंद हो जाती है।
दरअसल अनियमति खान पान और आधुनिक जीवन शैली के कारण ऐसा होता है, वैसे तो शुरुआत में पता चलने पर इसका इलाज हो सकता है लेकिन आखिरी स्टेज पर इसका इलाज बहुत महंगा और जटिल हो जाता है।
इसलिए हमारी कोशिश होनी चाहिए की हम शुरुआत में ही उपाय कर इन सब बीमारी से बचे रहे। स्वामी जी कहते है कि किसी के शरीर के हाथों पर आप दबाये तो उसका उस स्थान पर नीला पड़ जाता है।
ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि प्लेटलेट्स कम होता है। ऐसा होने से हार्ट से खून बहता है और आदमी मर सकता है।
स्वामी जी कहते है प्लेटलेट्स को संतुलित रखने के लिए कपाल भाति प्राणायाम करना चाहिए। अनार में फाइटोकेमिकल्स होता है और यह एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में धमनियों की परत को नुकसान नहीं होने देता है।
इसके अलावा लहसुन का सेवन भी ह्रदय में होने वाले रक्त संचार को दुरुस्त करता है, रोज़ 4 से 5 कली लहसुन की खानी चाहिए आउट गिलोय का सेवन भी भरपूर करना चाहिए।
गिलोय का सेवन करने से कभी भी सर्दी खांसी बुखार नहीं होगा और प्लेटलेट्स हमेशा संतुलित रहेगी और कभी भी हार्ट अटैक नहीं आएगा।