वायरल का फीवर हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है. वायरल के संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाता है।
वायरल होने से वाले शरीर में कुछ इस तरह के लक्षण दिखते हैं जैसे, गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द थकान, जोड़ों में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होना, आंखों का लाल होना और माथे का बहुत तेज गर्म होना।
आज इस लेख में हम स्वामी रामदेव से बुखार से बचने के घरेलु नुस्खे समझने वाले है।
स्वामी रामदेव कहते है कि बुखार के होते ही हम एलोपेथी की दवाई लेने लगते है जिसके कारण कई नुकसान होते है। गर्भवती महिला को तो लेनी ही नहीं चाहिए वरना बच्चा अपंग हो सकता है। बुखार आने पर गिलोय का सेवन करना चाहिए।
बच्चों को भी एलोपेथी की दवाई नहीं देनी चाहिए वरना उन्हें शरीर में बेहद नुकसान हो सकता है। बच्चों को ज्वरनाशक क्वाथ या ज्वरनाशक वटी दे। गिलोय घनवटी और गिलोय का काढ़ा पीना चाहिए।
रोज़ प्राणायाम करने वालों को कभी बुखार नहीं होता है। रोज़ सुबह आधे घण्टे तक कपालभाति और अनुलोम विलोम करने वालों का इम्यून सिस्टम अच्छा होता है जिससे उन्हें बुखार की समस्या नहीं होती है।