केंद्र के नए कृषि कानून के खिलाफ पिछले पांच दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी में प्रवेश करने के तीन रास्तों पर हजारों किसान डेरा डालकर बैठे हैं। दरअसल, किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इस बीच किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं पूरी की गईं तो दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से कनेक्ट करने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सिंधु बॉर्डर पर बवाल भी किया। अब किसानों के इस बवाल पर दिल्ली पुलिस ने एक्शन लिया है। किसान आंदोलन के दौरान सिंधु बॉर्डर पर हुए बवाल को लेकर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
अलीपुर पुलिस स्टेशन में ये एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि, यह एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। दिल्ली के अलीपुर पुलिस स्टेशन में धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 PDPP एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि सिंधु बॉर्डर पर 27 नवंबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश थी। पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस और बल का प्रयोग किया था। इस बवाल के दौरान दिल्ली पुलिस के करीब 3-4 पुलिसकर्मियों को चोट लगी थी। इस दौरान पुलिस पर पथराव भी हुआ था।
फिलहाल सुरक्षा के लिहाज़ से सिंधु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। हालांकि, अभी भी सिंधु बॉर्डर पर करीब 2-3 हजार किसान डेरा डाले बैठे हुए हैं। वहीं टिकरी बॉर्डर पर भी लगभग 2 हजार से ज्यादा किसान धरना दे रहे हैं। वहीं दोनों बॉर्डर पर बैरिकेंडिंग के दूसरी तरफ पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है।
आप को बता दे कि फिलहाल, सिंघू बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पूरी तरह बंद हैं। गाजियाबाद बॉर्डर पर भी भारी संख्या में किसान डेरा-डंडा गाड़े बैठे हैं। सिंघू बॉर्डर पर किसानों की तादाद 2 से 3 हजार है।
टिकरी बॉर्डर पर 1500 किसान जमे हुए हैं जबकि दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर इनकी संख्या 1000 के करीब है। किसानों की संख्या घटती-बढ़ती रहती है। बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है।
राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं के निकट और अधिक प्रदर्शनकारी पहुंच रहे हैं और आंदोलन तेज होता प्रतीत हो रहा है। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिए हैं और हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी बिंदुओं पर अवरोधक लगाए गए हैं।
आप को बता दे कि किसानों ने रविवार को घोषणा की थी कि वे आने वाले दिनों में दिल्ली में प्रवेश के पांच रास्तों को जाम करेंगे। वहीं किसानों ने इन कानूनों पर चर्चा करने के लिये केंद्र सरकार की ओर से रखी गई शर्त को मानने से मना कर दिया है और कहा है कि वे निर्णायक लड़ाई के लिए आए हैं।
सिंघु और टीकरी बॉर्डर दोनों जगह शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन अब भी जारी है। यहां पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार पांचवें दिन जमा हैं। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से और किसानों के पहुंचने से गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ गई है।
वही दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ा दी है और रास्तों में कई स्तर के अवरोधक लगाए हैं। इस बीच किसानों के आंदोलन की वजह से दिल्ली के कई हिस्सों में यातायात प्रभावित हुआ और सड़कों पर जाम लगा रहा।
इस बीच, आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने इन प्रदर्शनकारी किसानों के लिए दैनिक जरूरतों की चीजें मुहैया करा दी हैं। बॉर्डर पर एंबुलेंस खड़ी कर दी गई है। पेयजल के टैंकर भेजे गए हैं।
किसान अब दिल्ली के बाकी बॉर्डर को बंद करने की तैयारी में हैं। खबर है कि राजस्थान के किसानों को दिल्ली-जयपुर बॉर्डर को बंद करने को कहा गया है जबकि आगरा-मथुरा हाईवे को भी बंद किया जाएगा यानी दिल्ली पूरी तरह से सील करने की कोशिश होगी।