दिल्ली वैसे तो देश की राजधानी कही जाती है लेकिन सर्दियों में लोगों का दम घुटने लग जाता है और उसका सबसे बड़ा कारण है प्रदूषण, वैसे देखा जाए तो अभी सर्दियों का मौसम शुरु भी नहीं हुआ है लेकिन हवा की दशा जरुर अभी से बिगड़ने लगी है।
दरअसल दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पराली जलाने को लेकर होती है। पंजाब हरियाणा जैसे कई राज्य जब पराली को जलाते है तो उससे दिल्ली की हवा बिगड़ जाती है और सर्दियों में वैसे ही नमी होने के कारण हवा के कण दूषित जल्दी होते है।
दिल्ली में हर बार ऐसा होता है की इस मसले पर केंद्र और दिल्ली सरकार आमने सामने होते है और इस बार भी यही हुआ है। दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बयान में ये कह दिया की पराली से तो सिर्फ 4 फीसदी प्रदूषण होता है बाकी दिल्ली की अपनी समस्या के कारण ये होता है।
Staying in denial will not help. If stubble burning causes only 4% pollution, then why has pollution suddenly increased last fortnite? Air was clean before that. Same story every yr. There’s no massive jump in any local source of pollution in last few days to cause this spike? https://t.co/nxdJ2timv0
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 15, 2020
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली में बायोमास जलती है और ये सभी कारक मिलकर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण संकट में योगदान करते हैं। वहीं दूसरी और पंजाब में पिछले साल की तुलना में पराली जलाने की घटनाओं में 280% का इजाफा हुआ है।
उनके इस बयान के बाद सीएम केजरीवाल चुप कहा बैठने वाले थे। उन्होंने भी पलटवार करते हुए कहा, बार-बार इनकार करने से कुछ नहीं होगा। अगर पराली जलने से सिर्फ चार फीसदी प्रदूषण हो रहा है तो फिर अचानक रात में ही कैसे प्रदूषण फैल गया ? उससे पहले तो हवा साफ थी और यही कहानी हर साल होती है। कुछ ही दिनों में दिल्ली में प्रदूषण को लेकर ऐसा कोई उछाल नहीं हुआ है ?
Lets accept that stubble burning causes huge pollution every yr in North India during this time. And lets all together find a soln sincerely. Blame game and politics hasn’t helped anyone. People r suffering. I am extremely worried that pollution will play havoc coupled wid corona
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 15, 2020
दिल्ली सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस बात को मानना होगा कि हर साल उत्तर भारत में पराली जलने के कारण प्रदूषण फैलता है और इसे हमें साथ में मिलकर लड़ना होगा। राजनीति और एक दूसरे पर आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा, लोगों को नुकसान हो रहा है। कोरोना के वक्त में इस तरह प्रदूषण का संकट चिंता का विषय है।