{ बॉबी ठाकुर की रिपोर्ट }
कोरोना जैसी सुनामी वायरस से पूरी दुनियां को झकझोर कर रख दिया है। लाँकडाउन के 42 वां दिन हो गया। इसके वावजूद भी अन्य प्रदेशो से अपने प्रदेश में प्रवासियों का पालायन होना निरंतर जारी है।
इसी को लेकर आधा दर्जन से अधिक रोडवेज बसों द्वारा गुजरात से 371 भटटा ईंट मजदूरों को अपने जनपद कासगंज लाया गया।
जहां सभी को पटियाली के एसबीआर इंटर काँलेज मजदूरों के क्वारेंटायन करने की व्यवस्था की जा रही है। क्वारेंटायन से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग कराने के दौरान सोसल डिस्टेंसिंग की जमकर मजाक उडाई गई, जो तस्वीरें इस बात की पुष्टि करने को काफी है।
आपको बतादें कि इनमें सबसे ज्यादा भटटा मजदूर है, जोकि गुजरात में जाकर ईंट पथाई का कार्य करते हैं, परंतु कोरोना.वायरस के चलते लागू हुए लाँकडाउन में सभी मजदूरों को अपने अपने प्रदेशों को भेजने के निर्देश दिये गये थे।
इसी को लेकर गुजरात सरकार ने रोडवेज बसों द्वारा कासगंज जनपद के मजदूरों को भेजा गया है। इन मजदूरों को 21 दिनो के लिए क्वारेंटायन किया जायेगा।
सबसे बडी बात तो यह है कि अगर इन मजदूरों में कोई कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो स्वास्थय विभाग के लिए एक बडा सबक बनकर साबित होगा।