{ कानपुर से उपेंद्र अवस्थी की रिपोर्ट }
एक तरफ देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है वही दूसरी और देश की पुलिस को दोहरी ज़िम्मेदारी निभानी पड़ रही है। दरअसल लॉकडाउन की मार उन मजदूरों पर पड़ी है जो रोज़ कहीं काम करके अथवा तो रिक्शा चलाकर अपने खाने के इंतजाम करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है तो वो भूखे ना रहे इसके लिए समाज के लोगों के साथ साथ पुलिस ने भी मदद करना शुरू की है।
वही दूसरी और ऐसे भी लोग है जो देश और समाज के दुश्मन है और इस संकट के दौर में जब उन्हें देश और देश की जनता का साथ देना चाहिए वो मुनाफाखोरी में व्यस्त है। ऐसे समाज के दुश्मनों को खोज खोज कर कानून के हवाले करने का काम भी पुलिस कर रही है और अपनी इन दोनों भूमिकाओं में ही पुलिस ज़बर्दस्त और सराहनिय काम कर रही है।
आपको बता दे, राशन और सब्जियों के भाव कई गुना अधिक दाम पर बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्ती दिखाई दी जा रही है और 19 मुनाफाखोरों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है वही 18 को गिरफ्तार भी किया है। सीएम योगी के साफ़ निर्देश है कि जमाखोरी करने वालों पर रासुका की कार्रवाई होगी।