नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली में हुए हंगामे के बाद से दिल्ली पुलिस लगातार तफ्तीश कर रही थी, जिसमें ‘टूलकिट’ मामला सामने आया। इसके बाद से दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टूलकिट कांड को लेकर रोज नए खुलासे कर रही है। हालांकि इस खुलासे और कार्रवाई पर घमासान भी मचा हुआ है। अब इसी घमासान जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी कूदते नजर आ रहे है। जिसे लेकर उन्होंने बड़ा विवादित बयान दिया है।
कन्हैया ने टूलकिट मामले में दिशा रवि का समर्थन करते सरकार पर बड़ा हमला किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि , ”दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी। दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती। बेंगलुरू से गिरफ्तार हुई 21 साल की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि अभी दिल्ली पुलिस की रिमांड में है।”
दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी। दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 16, 2021
गौरतलब है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में लाल किले के पास हुए हंगामे को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को एक ‘टूलकिट’ मिला था, जिसके जरिये इस हिंसा को लेकर कई खुलासे हुए थे। इस खुलासे के तहत ही जहां दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिशा रवि को गिरफ्तार किया है, वहीं वे इस मामले लगातार अन्य आरोपियों पर शिकंजा कसती नजर आ रही है।
आपको बता दें कि अब इस मामले में सातवां नाम धालीवाल की सहयोगी अनिता लाल का सामने आया है, जो पुलिस के रडार पर है। दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब निकिता जैकब पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। वहीं शांतनु मुलुक को ट्रांजिट अग्रिम जमानत मिल गई है। इनके अलावा पुनीत, फ्रेडरिक भी पुलिस की रडार पर हैं।
बता दें कि अनिता लाल कनाडा के वैंकूवर में रहने वाली पोएटिक जस्टिस वाले मो धालीवाल की साथी है। वो उसके कारोबार से लेकर खालिस्तानी एजेंडे तक, सबमें भागीदार मानी जाती है। अनिता लाल खालिस्तानी समर्थक पोएटिक जस्टिस संस्था की सह-संस्थापक है. साथ ही वो इस संस्था की कार्यकारी निदेशक भी है।