सोमवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की। इस याचिका के जरिए कंगना और रंगोली ने मुंबई पुलिस के चंगुल से बचने के लिए तिकड़म लगाई है। उन्होंने अपनी याचिका में मुंबई पुलिस द्वारा उनपर दर्ज की गई प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की है।
दरअसल, कंगना और रंगोली को मुंबई पुलिस तीन बार समन भेज चुकी है। लेकिन वह अभी तक पुलिस के सामने पेश नहीं हुई हैं। ऐसे में अब दोनों बहनों ने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
बताते चलें कि मुंबई पुलिस ने कंगना और रंगोली पर अपने सोशल मीडिया के जरिए नफरत और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के आरोप में केस दर्ज किया था। राजद्रोह के आरोपों के तहत, बांद्रा मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा पारित आदेशों के अनुसार कंगना और रंगोली पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंगना और रंगोली के वकील रिजवान सिद्दीकी ने बताया कि कंगना और रंगोली ने एफआईआर और मजिस्ट्रेट के आदेश को रद्द करने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने बताया कि याचिका में यह भी कहा गया है कि मुंबई पुलिस द्वारा कंगना और रंगोली को जारी समन पर भी रोक लगाई जाए। साथ ही पुलिस को निर्देश दिए जाएं कि दोनों बहनों के खिलाफ कोई ठोस कदम ना उठाया जाए।
मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते कंगना रनौत और उनकी बहन को दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोपों के तहत 23 और 24 नवंबर को अपने बयान दर्ज करने के लिए तीसरी बार तलब किया था।
हालांकि, हर बार दोनों ने किसी ना किसी वजह से पूछताछ में शामिल ना होने का कारण बता डाला था। और इस पर जब उन्हें पुलिस के समक्ष पेश होना था, तो वह कोर्ट जा पहुंचीं। दोनों के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।