नई दिल्ली : इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) को पीछे छोड़ ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) देश की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी बनी। ओएनजीसी ने दूसरी तिमाही(2021-22) के नतीजों का ऐलान कर दिया। इन नतीजों के मुताबिक ओएनजीसी ने दूसरी तिमाही में जबरदस्त शुद्ध लाभ अर्जित किया है। उसका यह लाभ किसी भी भारतीय कंपनी से ज्यादा है। ओएनजीसी के मुताबिक जुलाई-सितंबर के दौरान उसका नेट प्रॉफिट 18,347.73 करोड़ रुपये रहा है।
ओएनजीसी ने 110 फीसदी डिविडेंड का किया है ऐलान
ओएनजीसी के मुताबिक जुलाई-सितंबर के दौरान उसका शुद्ध लाभ 18,347.73 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले (2020-21) की इसी अवधि में 2,757.77 करोड़ रुपये था। यह देश में किसी भी कंपनी को किसी तिमाही में हुआ सबसे अधिक शुद्ध लाभ है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 में 11,246.44 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था। इसके साथ ही ओएनजीसी ने 110 फीसदी डिविडेंड का ऐलान किया है यानी पांच रुपये के इक्विटी शेयर पर 5.50 रुपये का डिविडेंड दिया जा रहा है। दूसरी तिमाही में परिचालन से इसका राजस्व 44 प्रतिशत बढ़कर 24,353.6 करोड़ हो गया। एक्सचेंज पर फाइलिंग के अनुसार कर पूर्व लाभ तिमाही-दर-तिमाही 65.21 प्रतिशत बढ़कर 11,152.36 करोड़ और 118 प्रतिशत सालाना हो गया।
तेल-गैस महंगा होने का मिला फायदा
ओएनजीसी लिमिटेड को तेल और गैस उत्पादन में कमी के बावजूद यह मुनाफा हुआ है। मतलब, तेल और गैस की ऊंची कीमतों की वजह से कंपनी को काफी फायदा हुआ है। कंपनी का क्रूड ऑयल प्रोडक्शन 3.8 फीसदी घट कर 54 लाख टन और गैस प्रोडक्शन 7 फीसदी घटकर 5.4 अरब क्यूबिक मीटर पर आ गया। कंपनी के स्टैंडअलोन ग्रॉस रेवेन्यू की बात करें तो यह जुलाई-सितंबर तिमाही में बढ़कर 24,353 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को पीछे छोड़ा
शुद्ध लाभ के मामले में ओएनजीसी ने तेज राह पकड़ते हुए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) को भी पीछे छोड़ दिया है। इंडियन ऑयल ने जनवरी-मार्च 2013 में 14,512.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था, जो कि एक रिकार्ड था।