अपने देश में निकले कोरोना वायरस से जूझ रहे चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। एक बार फिर से हिंद महासागर में चीन और पाकिस्तान की संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली है, जिसके बाद भारतीय नौसेना सतर्क हो गई है। नौसेना ने इस क्षेत्र में जलीय और वायु निगरानी को बढ़ा दिया है। इसके अलावा कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र में नजर रखने के लिए सैटेलाइट का भी सहारा लिया जा रहा है।
दरअसल, हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना को पाकिस्तानी नैसेना की पीएनए यारमुक की उपस्थिति का पता चला था, यह पोत रोमानिया से लाल सागर के रास्ते पाकिस्तान लैट रहा है, जिसके बाद इस क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही, पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी नौसेना के टाइप y901 क्लास के टैंकर की उपस्थिति का पता चला है। इस टैंकर को मलक्का जलडमरू मध्य से प्रवेश के समय ही भारतीय नौसेना ने ट्रैक कर लिया था। नौसेना इस वक्त इसकी गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। इसके साथ ही नौसेना ने P8I सर्विलांस विमानों को भी खोजबीन के लिए तैयार किया है। वहीं तटरक्षक बल भी समुद्री सीमाओं पर चौकसी बनाए हुए है।
बताते चलें कि, हिंग महासागर क्षेत्र में युद्धपोत और परमाणु शक्ति युक्त पनडुब्बियों के गश्त को लेकर चीन बार-बार यह दलील देता है कि ये समुद्री लुटेरों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई बल का हिस्सा हैं। कभी-कभी ये जहाज भारतीय जलक्षेत्र में भी प्रवेश कर जाते हैं। हालांकि समुद्री लुटेरों का नाम लेकर चीन भारत पर नजर बनाने की कोशिश करता रहता है।