देश में एक बार फिर देश राष्ट्रपति चुनाव होने वाले है। राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे।
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे। उनका जन्म 3 दिसंबर 1984 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम महादेव सहाय और माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। डॉ. प्रसाद ने भारतीय संविधान के निर्माण में अपना योगदान दिया था। राजेंद्र बाबू व देश रत्न के नाम से मशहूर डॉ राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे।
1957 में जब दूसरी बार बने राष्ट्रपति
26 जनवरी 1950 को वे देश के पहले राष्ट्रपति चुने गए थे और साल 1957 में जब दूसरी बार राष्ट्रपति के चुनाव हुए, उन्हें तब दोबारा राष्ट्रपति बनाया गया था। उन्होंने 1962 तक राष्ट्रपति रहते हुए देश की सेवा की और फिर वे पद त्याग कर पटना चले गए, जहां बिहार विद्यापीठ में रहकर उन्होंने जन सेवा की।
डॉ राजेंद्र प्रसाद ने प्रारंभिक शिक्षा बिहार के छपरा के जिला स्कूल से की। इसके बाद 18 साल की उम्र में कोलकाता विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा प्रथम स्थान से पास की। उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से 30 रुपए की स्कॉलरशिप भी मिलती थी। उन्होंने 1915 में कानून में मास्टर डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने कानून में ही डाक्टरेट भी किया। वही इनके बाद देश को कई राष्ट्रपति मिली है। अपने अपनी-अपनी जगह अच्छा काम किया।
1-डॉ राजेंद्र प्रसाद
ऑफिस टर्म: 26 जनवरी 1950-13 मई 1962
2-डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
ऑफिस टर्म: 13 मई1962-13 मई 1967
3-डॉ ज़ाकिर हुसैन
ऑफिस टर्म: 13 मई 1967-3 मई 1969
4-वराहगिरी वेंकट गिरी (वी वी गिरी)
ऑफिस टर्म: 3 मई 1969-20 जुलाई 1969 और 24 अगस्त 1969-24 अगस्त 1974
5-फ़ख़रुद्दीन अली अहमद
ऑफिस टर्म: 24 अगस्त 1974-11 फरवरी 1977
6-श्री निलम संजीव रेड्डी
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 1977-25 जुलाई 1982
7-ज्ञानी जैल सिंह
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 1982-25 जुलाई 1987
8-श्री आर वेंकटरमन
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 1987-25 जलाई 1992
9-डॉ शंकर दयाल शर्मा
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 1992-25 जुलाई 1997
10-श्री के आर नारायनन
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 1997-25 जुलाई 2002
11-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 2002-25 जुलाई 2007
12-श्रीमती प्रतिभादेवी सिंह पाटिल
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 2007-25 जुलाई 2012
13-श्री प्रणब मुखर्जी
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 2012-25 जुलाई 2017
14-श्री रामनाथ कोविंद
ऑफिस टर्म: 25 जुलाई 2017-वर्तमान
देश में राष्ट्रपति चुनाव
वही, देश में एक बार फिर देश राष्ट्रपति चुनाव होने वाले है। राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचीं मुर्मू ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से मुलाकात की।
द्रौपदी मुर्मू की ओर से नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किए जाएंगे। एक सेट में 50 प्रस्तावक होते हैं। भाजपा-राजग के लगभग सभी मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री प्रस्तावक होंगे। राजग घटक दलों के कुछ सांसद भी प्रस्तावक होंगे। बीजद के सांसद भी प्रस्तावकों की सूची में होंगे। पहले सेट के प्रस्तावकों में पहला नाम संभवत: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का होगा।
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के घर पर द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के कागजात तैयार करने के लिए वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इसमें प्रस्तावक और उनका समर्थन करने वालों की सूची तैयार करने के साथ-साथ उनके हस्ताक्षर भी लिए गए। नामांकन दाखिल करने के बाद मुर्मू सभी राज्यों का दौरा करेंगी और विभिन्न पार्टियों के प्रमुखों और वरिष्ठ नेताओं का समर्थन जुटाने की कोशिश करेंगी।
राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है। वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। जदयू और बीजद के समर्थन की घोषणा के बाद द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति चुना जाना तय माना जा रहा है। जनजातीय समाज से आने के कारण संप्रग के भी कुछ सहयोगी दलों के मुर्मू के समर्थन में आने की उम्मीद है। संप्रग ने यशवंत सिन्हा को अपना साझा प्रत्याशी बनाया है।
यदि मुमरू जीतती हैं, तो जनजातीय समाज से आने वाली पहली राष्ट्रपति के साथ-साथ वे सबसे कम उम्र की भी राष्ट्रपति होंगी। दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले ओडिशा में एक संक्षिप्त बयान में मुर्मू ने कहा था, मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं।