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नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल के लिए जेल, 34 साल पुराने केस सुनाई सजा, पढ़ें

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने एक साल सश्रम कैद की सजा सुनाई है।

By RNI Hindi Desk 
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नवजोत सिंह सिद्धू का उनका जन्म 20 अक्टूबर को पटियाला, पंजाब में हुआ था। वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। वे पूर्व क्रिकेटर, टीवी कमेंटेटर, क्रिकेट कमेंटेटर और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता हैं। वर्तमान में, नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं तथा पूर्व में वे पंजाब राज्य की राज्य सरकार में पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री रह चुके हैं।

वही, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने एक साल सश्रम कैद की सजा सुनाई है। इससे पहले सुप्रीम ने उनको एक हजार रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया था। सिद्धू को जब सुप्रीम कोर्ट सजा सुना रहा था उस समय वह हाथी पर सवार होकर महंगाई के मुद्दे पर पटियाला में प्रदर्शन कर रहे थे

सिद्धू पर 34 साल पहले पटियाला में सड़क पर हुए विवाद में गुरनाम सिंह के साथ मारपीट करने का आरोप है। गुरनाम सिंह की अस्‍पताल में मौत हो गई थी। रोडरेड का यह मामला 27 दिसंबर, 1988 का है। नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला में कार से जाते हुए गुरनाम सिंह नाम के एक बुजुर्ग से भिड़ गए थे।

आरोप है कि गुस्से में नवजोत सिद्धू ने उन्हें मुक्का मार दिया, जिसके बाद गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। पटियाला पुलिस ने सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। निचली अदालत ने नवजोत सिंह सिद्धू को सुबूतों के अभाव में 1999 में बरी कर दिया था, लेकिन पीडि़त पक्ष पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट पहुंच गया।


साल 2006 में हाई कोर्ट ने सिद्धू को तीन साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले को सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने अब इस मामले में एक साल जेल की सजा सुनाई है।

2006 में जब हाई कोर्ट ने सिद्धू को तीन साल की सजा सुनाई थी, तब वह भाजपा में थे और अमृतसर से सांसद थे। उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें दोबारा चुनाव लड़ना पड़ा और वह फिर से जीत गए थे

उनका जन्म 20 अक्टूबर 1963 को पटियाला, पंजाब, भारत देश में हुआ था। उनके पिता का नाम सरदार भगवंत सिंह था, जो एक क्रिकेट खिलाड़ी थे। सिद्धू ने मुंबई में एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की। उन्होंने 1981 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया और 1983 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। वह ज्यादातर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में खेलते रहे।

2004 में, वह भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अमृतसर से लोकसभा के एक सदस्य के रूप में चुने गए। उनकी शादी नवजोत कौर सिद्धू से हुई है। दंपति के दो बच्चे हैं, राबिया सिद्धू और करण सिद्धू।

नवंबर 1981 में अमृतसर में पंजाब अगेंस्ट सर्विसेज के लिए खेलते हुए उन्होंने क्रिकेट में अपना शानदार डेब्यू किया। उन्होंने पारी की शुरुआत की और 51 रन बनाए। उनकी टीम ने मैच जीत लिया। नार्थ जोन के लिए टूरिंग वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ शतक बनाने के बाद, उन्हें नवंबर 1983 में भारतीय टेस्ट टीम में बुलाया गया।

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