भारत और कनाडा के बीच पिछले एक वर्ष से ठंडे पड़े संबंधों में अब धीरे-धीरे गर्माहट लौटती दिख रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कनाडा के नए उच्चायुक्त क्रिस्टोफर कूटर की राजनयिक नियुक्ति को औपचारिक मान्यता दी। यह कदम दोनों देशों के रिश्तों को सामान्य करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
पिछले वर्ष अक्टूबर में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उत्पन्न तनाव के चलते भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया था, जिसके जवाब में कनाडा ने भी अपने कई राजनयिकों को भारत से हटा लिया था। इसके चलते दोनों देशों के संबंधों में ठंडक आ गई थी।
हालांकि, इस वर्ष जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई मुलाकात के बाद संबंधों को फिर से पटरी पर लाने की कोशिशें तेज हुईं। इसके तहत भारत ने दिनेश के पटनायक को कनाडा में नया उच्चायुक्त नियुक्त किया, जिन्होंने 25 सितंबर को गवर्नर जनरल मैरी साइमन को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए।
इसी क्रम में कनाडा ने भी क्रिस्टोफर कूटर को भारत में अपना उच्चायुक्त नियुक्त किया है। कूटर को 35 वर्षों का राजनयिक अनुभव है और वे पहले भी नई दिल्ली में कार्य कर चुके हैं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने कनाडा सहित चार देशों के राजदूतों के परिचय पत्र स्वीकार किए। इस कदम से भारत-कनाडा संबंधों में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है।