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देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, पढ़ें

अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने 14 मई 1973 में सेना में महिलाओं के समान अधिकार को मंजूरी दी। अमेरिका दूसरे देशों की तरफ तो उंगली उठाता है, लेकिन महिला अधिकारों से जुड़े कानूनों के मामले में वो कई देशों से पीछे है।

By: RNI Hindi Desk 
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देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, पढ़ें

इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं। हर गुजरता दिन इतिहास में कुछ घटनाओं को जोड़कर जाता है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने 14 मई 1973 में सेना में महिलाओं के समान अधिकार को मंजूरी दी। अमेरिका दूसरे देशों की तरफ तो उंगली उठाता है, लेकिन महिला अधिकारों से जुड़े कानूनों के मामले में वो कई देशों से पीछे है।

अमेरिका का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हर 9 सेकेंड में अमेरिका में एक महिला हिंसा का शिकार होती है। दुनिया की हर 4 में से 1 महिला के साथ यौन शोषण होता है और अमेरिका उन देशों में शामिल है जहां महिलाओं के साथ सबसे ज़्यादा हिंसा होती है। अमेरिका के  एक अध्ययन की रिपोर्ट में यह पाया गया कि कॉलेज के 7 फीसदी पुरुषों ने रेप की कोशिश को स्वीकार किया और उनमें से 63 फीसदी ने माना कि उन्होंने औसतन 6  बार ऐसा करने की कोशिश की।

अमेरिका का लोकतंत्र सबसे पुराना है लेकिन यहां पर 1920 में जा कर महिलाओं को वोट करने का अधिकार दिया गया। भारत-रूस के बीच 14 मई 2010 में रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, हाइड्रोकार्बन, व्यापार एवं निवेश आदि में 22 समझोते हुए। 14 मई को जन्मे व्यक्ति भारतीय फ़िल्मों के प्रसिद्ध निर्माता व निर्देशक मृणाल सेन का 14 मई 1923 में जन्म हुआ था। भारतीय सिनेमा में मृणाल सेन का योगदान अद्वितीय है।

उन्होनें सत्यजित रे और ऋत्विक घटक की कलात्मक सर्जना को मानवीय वैचारिकी के आधार पर आगे बढ़ाया। उनकी लगभग सभी फिल्में आज भी प्रासंगिकता को लिए हुए हैं। सिनेमा की दुनिया में उन्हें मृणाल दा के नाम से प्रसिद्धि और सम्बोधन मिला। उन्होनें 1969 में भुवन शोम नामक बनाई थी जिसे हिंदी में समानांतर सिनेमा की शुरुआत माना जाता है।

कुल 28 फीचर फिल्मों का निर्देशन करने वाले मृणाल दा के खाते में एक अधूरी कहानी, मृगया, खंडहर, जेनेसिस और एक दिन अचानक जैसी श्रेष्ठ हिंदी फिल्में भी हैं। दिलचस्प यह है कि मृणाल दा को हिंदी नहीं आती थी, फिर भी फिल्म निर्देशन में उनके समक्ष भाषा की समस्या कभी आड़े नहीं आई। जिस भाषा में उन्होंने फिल्म बनाई तो वहां की स्थानीय लोकोक्तियों और मुहावरों का प्रयोग किया।

मृणाल दा फिल्म का निर्माण करते समय स्थानीयता के देशज मुहावरे और लोक व्यवहार की सूक्ष्मता के प्रति संवेदनशील और सावधान रहते थे। मृणाल दा की फिल्में आज के हिंसा-प्रतिहिंसा के भयावह परिवेश में मनुष्य को बचाने की चिंता पूरी शिद्दत से करती हैं। यह चिंता एक मानवीय मूल्य भी बन जाती है जो एक वैश्विक जरूरत है। उनकी द्वारा बनी सभी फिल्में सामाजिक चेतना से प्रतिबद्ध हैं और हर तबके की समस्या के प्रभावित हैं जो आज भी प्रासंगिक बनी हुई हैं। इसलिए आज भी मृणाल सेन का भारतीय सिनेमा में योगदान एक जरूरी स्कूल की तरह है जो सदैव प्रयोग का प्रेरणा स्रोत बना रहेगा।। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का 14 मई 1984 में आज ही के दिन जन्म हुआ था। 14 मई को हुए निधन अल्ला बख़्श का निधन 14 मई  1943 में हुआ अंग्रेज़ी शासन के दौरान एक जमींदार, सरकारी ठेकेदार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राजनेता थे। अल्लाह बख्श सूमरो आजादी से पहले का वो नाम था, जिसे भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही भुला दिया है। इनका नाम न तो किताबों में है और न ही इतिहास की कहानियों में। सूमरो धर्म के नाम पर होने वाले बंटवारे के बेहद खिलाफ थे और उन्होंने ऐसा न हो इसके लिए अच्छा खासा जनसमर्थन भी जुटा लिया था—धार्मिक आधार पर बंटवारे का विरोध करने वाले सूमरो से मुस्लिम लीग और जिन्ना नफरत करते थे। उनका मानना था कि भारत एक देश बने जिसे संयुक्त राज्य भारत  कहा जाए, जहां हिंदू और मुस्लिम मिलकर रहें। सांप्रदायिकता के सख्त विरोधी रहे सूमरो की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगता है कि खान अब्दुल गफ्फार खान और मौलाना आजाद भी उनके तर्क के समर्थक थे।

1607: उत्तरी अमेरिका में अंग्रेजों ने अपना पहला स्थायी अड्डा स्थापित किया. इसे जेम्स टाउन, वर्जीनिया का नाम दिया गया.

1610: फ्रांस में हेनरी चौथे की हत्या और लुइस तेरहवें फ्रांस की गद्दी पर बैठे.

1702: इंग्लैंड और नीदरलैंड ने फ्रांस और स्पेन के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा की.

1811: पराग्वे स्पेन से मुक्त हुआ.

1878: पहली बार वैसलीन ब्रांड नाम का रॉबर्ट ए चेसब्राफ ने पंजीकरण करवाया.

1879: थॉमस एडिसन यूरोप की एडिसन टेलीफोन कंपनी से जुड़े.

1944: ब्रिटिश सैनिकों ने कोहिमा पर कब्जा किया.

1948: इस्राइल ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा की.

1955: वारसा संधि पर हस्ताक्षर. सोवियत संघ और पूर्वी यूरोप के उसके सहयोगी देशों ने पोलैंड की राजधानी वारसा में इस संधि पर हस्ताक्षर किए. इसके जरिए सदस्य देशों के बीच आर्थिक, सैनिक और सांस्कृतिक संबंधों के विकास पर सहमति बनी.

1963: कुवैत संयुक्त राष्ट्र का 111 वां सदस्य बना.

1973: अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने सेना में महिलाओं के समान अधिकार को मंजूरी दी.

1984: फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का जन्म.

1991: दक्षिण अफ़्रीक़ा के रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला की पत्नी विनी मंडेला को चार युवकों के अपहरण के मामले में छह साल की सज़ा सुनाई गई.

1992: भारत ने लिट्टे पर प्रतिबंध लगाया.

2012: इस्राइल की जेलों में बंद 1500 फलस्तीनी कैदी भूख हड़ताल समाप्त करने पर सहमत हुए.

2013: ब्राजील समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला 15वां देश बना. सोर्स-भाषा

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