इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। इतिहास सिर्फ अपने में घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी आप बहुत कुछ सीख सकते हैं। हर गुजरता दिन इतिहास में कुछ घटनाओं को जोड़कर जाता है द किड और ग्रेट डिक्टेटर जैसी मूक फिल्मों के स्टार चार्ली चैपलिन को बकिघम पैलेस में नाइट की उपाधि 4 मई 1975 को प्रदान की गई थी।
चार्ली चैपलिन आज दुनिया में किसी परिचय के मोहताज नहीं – लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्हें कोई पूछता तक न था। मात्र आठ साल की उम्र में उन्हें जिन संकटों का सामना करना पड़ा, उनसे कोई भी टूट जाता। वह काम धंधे की तलाश में मारे-मारे फिरते। फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने मन में ठान लिया था कि जीवन में थियेटर जरूर करना है।
चार्ली में धंधा करने की जबरदस्त समझ थी। वह हमेशा कारोबार करने की नई-नई योजनाएं बनाते रहते चार्ली को एक्टिंग की प्रतिभा विरासत में मिली थी। उनके पिता, चार्ल्स चैपलिन मशहूर अभिनेता और गायक थे। वहीं उनकी मां हन्ना चैपलिन भी अपने समय की एक प्रतिष्ठित गायिका और अभिनेत्री रहीं। अपने मां-बाप के रास्ते पर चलकर ही चार्ली ने अभिनय सीखा।
हालांकि, उनके लिए आगे बढ़ना आसान नहीं था. पिता को शराब की लत थी, इस कारण वो छोटी उम्र में ही चार्ली की आंखें को नम कर भगवान को प्यारे हो गए पिता के निधन के बाद चार्ली की मां भी गंभीर रूप से बीमार पड़ गईं. ऐसे में छोटे से चार्ली को खुद सब कुछ संभालना पड़ा। चार्ली महज 13 साल के थे, जब उन्होंने पढ़ाई-लिखाई छोड़ दी. ताकि, घर चलाने के लिए छोटे-मोटे काम कर सकें। 14 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार एक नाटक में भाग लिया और सबका खूब प्रभावित किया। नाटक में उनके कॉमिक अभिनय को खूब सराहा गया था। पहला ग्रेमी अवॉर्ड्स 4 मई 1959 को आयोजित हुआ था ग्रैमी अवॉर्ड्स सबसे बड़े वार्षिक संगीत पुरस्कार समारोह में से एक है। इस पुरस्कार को प्रदान करने का आयोजन हर साल किया जाता है, जिसमें प्रमुख कलाकारों को उनके प्रदर्शन के आधार पर सम्मानित किया जाता है।
अमेरीका में फ़िल्म कला अकादमी की स्थापना 4 मई 1927 में की गई थी, जिसने ऑस्कर पुरस्कार देने शुरू किए। 4 मई को जन्मे व्यक्ति। भारत की पहली महिला न्यायाधीश अन्ना चांडी का जन्म 4 मई 1905 में हुआ था। 4 मई को हुए निधन। मैसूर राज्य का शासक टीपू सुल्तान का निधन 4 मई 1799 में हुआ था। टीपू उन महान देशभक्तों में से एक हैं जिन्होंने अंग्रेज़ों, मराठों और हैदराबाद के निज़ाम की संयुक्त सेना के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी. उनके ख़िलाफ़ ये अभियान कि वे देश के दुश्मन नंबर-1 हैं, पूर्वाग्रहों की वजह से है।
1980 – यूगोस्लाविया में मार्शल टीटो का निधन।
1994 – काहिरा में इस्रायल एवं फ़िलिस्तीनी नेताओं द्वारा फ़िलिस्तीनी स्वायत्तता से संबंधित ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर।
1999 – भूमिगत बारूदी सुरंगों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ओटावा संधि के सभी हस्ताक्षरकर्ता देशों की पहली बैठक मापूतो (मोजाम्बिक) में शुरू।
2003 – मैक्सिको की अन्ना गुएवेरा ने 35.30 सेकेण्ड का समय लेकर ग्रांप्री मीटर की 300 मीटर दौड़ में विश्व रिकॉर्ड बनाया।
2007 – बैंकॉक में ग्लोवल वार्मिंग पर बैठक सम्पन्न।
2008 – सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी ‘सेल’ ने भारतीय इस्पात गठबंधन से अपने को अलग किया। म्यांमार की राजधानी रंगून व आसपास के क्षेत्रों में आये भीषण चक्रवाती तूफ़ान नरगिस ने भारी तबाही मचायी। लोकप्रिय पोर्टल ‘याहू’ को ख़रीदने के लिए प्रयत्नशील माइक्रोसॉफ़्ट कॉर्पोरेशन ने अपना प्रस्ताव वापस लिया।
4 मई को जन्मे व्यक्ति
1935 – दलीप कौर तिवाना – पंजाबी की प्रतिष्ठित, बहुचर्चित अग्रज लेखिका थीं।
1905 – अन्ना चांडी – भारत की पहली महिला न्यायाधीश थीं।
1902 – के. सी. रेड्डी – कर्नाटक के प्रथम मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल।
1900 – नित्यानंद कानूनगो – भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिनका सम्बंध उड़ीसा राज्य से था।
1767 – त्यागराज – प्रसिद्ध कवि तथा कर्नाटक संगीत के संगीतज्ञ।
4 मई को हुए निधन
1799 – टीपू सुल्तान, मैसूर राज्य का शासक
1957 – हेमचंद्र रायचौधरी, भारतीय इतिहासकार
2008 – पंडित किशन महाराज, विख्यात तबला वादक