रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश : प्रधानमंत्री ने साल 2018 में उत्तर प्रदेश में जन आरोग्या योजना शुरू की थी, जिसके तहत आम जन आयुष्मान कार्ड बनवाकर इस योजना का लाभ उठा सकते है । हालांकि, अभी भी कितने ही ऐसे लोग हैं, जिन्होंने आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाएं हैं । लेकिन अब चिंता करने वाली कोई बात नहीं, क्योंकि सरकार उन लोगों को दूसरा मौका दे रही है । जिसके तहत वो लोग अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं, जिन्होंने अभी तक नहीं बनवाया है । और इस योजना का लाभ ले सकते हैं । आयुष्मान कार्ड बनवाने की आखिरी तारीख 24 मार्च से बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है ।
इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोग किसी भी प्राइवेट हॅास्पिटल या सरकारी ह्रॅास्पिटल में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं । आयुष्मान योजना में सर्जरी, मेडिकल डे केयर ट्रीटमेंट, diagnostic समेत 1350 तरह के इलाज करवाए जा सकते हैं । आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड देश के हर ग्रामीण और शहरी इलाकों में बनाए जा रहे हैं । जिसमें पीड़ित के इलाज का खर्च सरकार उठाती है ।
योजना के तहत मिलेंगी ये सुविधाएं-
1. इस योजना के लाभार्थी परिवार को हर साल 5 लाख रुपये तक की फ्री मेडिकल सुविधा ।
2. गंभीर बीमारियों जैसे ह्दय रोग, घुटना प्रत्यारोपण, किडनी रोग, कैंसर, मोतियाबिंद और सर्जरी इत्यादी की सुविधा ।
3. योजना में केवल भर्ती होने वाले मरीजों को ही नि:शुल्क उपचार की मिलेगी सुविधा ।
आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया-
1. आयुष्मान कार्ड सूचीबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में बनाए जाते हैं, जहां जाकर आप आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं ।
2.कार्ड बनवाने के लिए आप नजदीकी जन सेवा केंद्र जाकर भी आवेदन कर सकते हैं ।
3. कार्ड बनवाने के लिए आपके पास पहचान हेतु आधार कार्ड होना चाहिए ।
4. इसके अलावा परिवार की पहचान के लिए राशन कार्ड या परिवार रजिस्टर की फोटोकॉपी होनी चाहिए ।
5. आयुष्मान कार्ड से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आप निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 180018004444 पर कॉल करके ले सकते हैं ।
बता दें कि पहले आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए 30 रुपये फीस ली जाती थी । लेकिन अब लाभार्थियों को कार्ड फ्री में दिया जा रहा है । आपको बताते चलें कि गांव और ब्लॉक स्तर पर आयुष्मान कार्ड अभियान चलाया जा रहा है । इस महीने के आखिर तक 20 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ।