रिपोर्ट – माया सिंह
छत्तीसगढ़ : कहा जाता है कि कर्तव्य का पालन करना ही असली धर्म है । इस कहावत को एक कोबरा कमांडो ने सच साबित कर दिया है । उन्होंनें साथी सैनिक की जान बचाने को सबसे बड़ा धर्म मानने की मिसाल पेश किया है । सबसे पहले आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुये नक्सली हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था । करीब 300 से 400 नक्सलियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया था । इसमें 210 कोबरा बटालियन के 22 जवान शहीद हो गये वहीं 31 गंभीर रूप से घायल पाए गये थे ।
हालांकि जवानों ने नक्सलियों का मुंह तोड़ जवाब दिया था । इस दौरान सीआरपीएफ में कोबरा कमांडो के पद पर कार्यरत सरदार बलराज सिंह ने ऐसा काम किया , जिससे पूरे देशवासियों का दिल जीत लिया ।
दरअसल , हमले में घायल साथी टीम के एसआई अभिषेक पांडेय कि जान बचाने के लिये उन्होनें अपनी पगड़ी उतार दी और घायल जवान के चोट पर बांध दी , ताकि खून बहना बंद हो जाए । इससे बलराज सिंह की बहादुरी के साथ इंसानियत भी दिखती है, जिसे अब सम्मानित किया गया है ।
असल में , दिन मंगलवार को सीनियर IPS अधिकारी आरके विज अस्पताल पहुंचे जहां बलराज सिंह का इलाज चल रहा है और उन्होंनें सरदार बलराज को नई पगड़ी भेंट की । इसकी तस्वीर उन्होंने अपने ट्वीटर के जरिये शेयर किया है , और लिखा है कि – “कोबरा कमांडो बलराज सिंह को ये पगड़ी भेंट करते हुए मैंने सम्मानित महसूस किया. उन्होंने साथी सैनिक की जान बचाने के लिए अपनी पगड़ी खोल दी थी । आज मैंने उन्हें पगड़ी दी तो इसे पाकर वे बहुत खुश हुए और तुरंत अपने अटेंडर से फोटो लेने को कहा . ये मुश्किल वक्त में कुछ खुशी के पल थे” ।
बता दें कि साथी जवान की मदद करते हुए बलराज सिंह खुद भी घायल हो गए थे, नक्सली हमले में उनके पेट पर गोली लगी लेकिन सौभाग्य कि बात है कि खुद को संभालते हुये उन्होंने अपने साथी की भी जान बचा ली ।
गौरतलब है कि इस हमले में बाल-बाल बचे बलराज सिंह फिर से नक्सली मोर्चे पर जाना चाहते हैं । जानकारी के लिये बता दें कि इस मुठभेड़ में जवानों ने 20 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया है ।
हालांकि नक्सलियों ने एक बयान जारी कर हमले की पूरी जिम्मेदारी ली है और साथ ही यह पुष्टी किया है कि गायब जवान उनके कब्जे में हैं । उनका कहना है कि सरकार अगर मध्यस्थों का ऐलान करती है तो वो जवान को सरकार के हवाले कर देंगे ।