रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली : महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। तकरीबन दो घंटे पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख के खिलाफ CBI जॉचका आदेश दिया था। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देशमुख के इस्तीफे की मांग की थी। दो घंटा भी नहीं बीता था, कि देशमुख ने इस्तीफा सौंप दिया।
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 5, 2021
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की सियासत में उस वक्त भूचाल आ गया था, जब अनिल अंबानी के घर एंटीलिया के सामने 25 फरवरी को एक अज्ञात मिली थी। कार की जब पुलिस ने जॉच की तो उसमें विस्फोटक के साथ एक धमकी भरा पत्र भी मिला था। पुलिस इसकी जॉच कर ही रही थी इसी बीच विस्फोटक से लदी कार के मालिक मनसुख हिरेन की भी मौत हो गई।
In his resignation letter to Maharashtra CM, Home Minister Anil Deshmukh says he doesn’t find it morally correct to continue as the home minister after Bombay High Court’s order.
— ANI (@ANI) April 5, 2021
एक तरफ एंटीलिया मामले की जॉच NIA कर रही थी, तो वहीं मनसुख हिरेन के मौत की जॉच महाराष्ट्र ATS कर रही थी। मनसुख हिरेन के मौत के मामले में महाराष्ट्र ATS ने मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को आरोपी बनाया। तो महाराष्ट्र की सियासत और प्रशासन दोनो हिलने लगे। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मनसुख के मौत की भी जॉच NIA को करने का आदेश दे दिया।
After the high court order, Home Minister Anil Deshmukh met Pawar Ji & party leaders & said he doesn’t want to remain in the post. He went to tender his resignation to the CM. Party has requested to the CM to accept his resignation: State Minister & NCP leader Nawab Malik pic.twitter.com/oukzN05833
— ANI (@ANI) April 5, 2021
आपको बता दें कि जब सचिन वाजे मनसुख हिरेन के मौत के मामले में फंसा तो इसकी ऑच मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह तक पहुंच गई। इतना ही नहीं मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह को 17 मार्च को उनके पद से हटा दिया गय़ा। परमवीर सिंह को जब उनके पद से हटाय़ा गया तो उन्होने मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे को एक चिठ्ठी लिखी, जिसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित पूरी सरकार हिलने लगी।
Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh has met the Chief Minister to tender his resignation. The CM is yet to accept his resignation: NCP leader Nawab Malik
— ANI (@ANI) April 5, 2021
परमवीर सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे चिठ्ठी में कहा था कि गृह मंत्री अनिल देशमुख मुंबई पुलिस को 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली का लक्ष्य देते थे। इस चिट्ठी ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को हिला कर रख दिय़ा। इसके बाद परमवीर सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाय़ा।
सर्वोच्च न्यायालय ने परमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि आप बॉम्बे हाईकोर्ट जाइये। वहां से मायूसी मिलने के बाद परमवीर सिंह ने बॉम्बे हाईकोर्ट की चौखट पर अपनी याचिका रखी। सोमवार 5 मार्च को बांम्बे हाईकोर्ट ने परमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए बड़ा आदेश दे दिया।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद उद्धव सरकार दबाव में आ गई थी। क्योंकि हाईकोर्ट ने कहा था कि परमवीर सिंह के आरोपो में गंभीरता है, इस लिए देशमुख के खिलाफ CBI जॉच से कम में काम नहीं होगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने 15 दिन के भीतर ही जॉच सौंपने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद तीन घंटे ही बीता था कि इसी बीच गृह मंत्री अनिल देशमुख में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।