सहारनपुर : मेरठ के सरधना में हुए विस्फोट हादसे के बाद आज सहारनपुर की पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। जहाँ हादसे में आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर बुरी तरह झुलस गए।
आनन फानन में मजदूरों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से तीन मजदूरों को गंभीर हालत के चलते हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
दरअसल पूरा मामला थाना बिहारीगढ़ इलाके के सतपुरा स्थित पटाखा फैक्ट्री का है। जहाँ आज सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने के बाद धमाका हो गया। आग लगते ही फैक्ट्री में भगदड मच गई।
वहां काम कर रहे मजदूर किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे। लेकिन तब तक आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर आग की चपेट में आ गए। जिसमे 6 मजदूर बहुत बुरी तरह झुलस गए।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलो को अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ से गंभीर झुलसे लोगो को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल जिला अस्पताल से 2 महिलाओं समेत 1 व्यक्ति को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
आपको बता दे कि इस पटाखा फैक्ट्री में पिछले कई महीने से काम चल रहा था। बताया जा रहा कि इस फैक्ट्री में पटाखे बनाने की परमिशन नही थी। यहा सिर्फ पटाखों की पैकिंग के लिए लाइसेंस जारी किया गया था।
बावजूद इसके फैक्ट्री में अवैध तरीके से पटाखे बनाने का काम चल रहा था। इतना ही नही फैक्ट्री में बिना परमिशन के 300 से 400 मजदूर कार्य कर रहे थे।जिसमे महिलाएं भी मौजूद थी।वही जानकारी ये भी है कि फैक्ट्री में नाबालिग बच्चे भी काम कर रहे थे।
यहाँ तक की पटाखा फैक्ट्री में इतने बड़े स्तर अवैध रूप से काम होने की जानकारी प्रशासन को भी थी। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारियों ने फैक्ट्री पर कार्रवाई करने की जहमत नही उठाई। अब हादसा हो जाने के बाद अधिकारी हरकत में आए और पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे की जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे है।
वही दूसरी और हादसे के बाद इलाके के कॉंग्रेस विधायक नरेश सैनी ने भी प्रशासन पर आरोप लगाए है। विधायक ने कहा कि घाड़ इलाके में इतनी बड़ी पटाखा फैक्ट्री का आज तक उन्हें भी पता नही चल पाया। ये सब प्रशासन की आड़ में अवैध तरीके से पटाखा फैक्ट्री में काम चल रहा था और प्रशासन के लोग सब कुछ जानने के बाद भी अंजान बन गए है।
विधायक ने कहा कि जब आसपास फायर बिर्गेड नही है। तो यहा पटाखा फैक्ट्री की परमिशन किसने दी। साथ ही कहा कि यहाँ पटाखा पैकिंग की आड़ में पटाखे बनाने का गोरखधंधा अवैध तरीके से हो रहा था। उन्होंने कहा की जो मजदूर घायल हुए है उनका सही तरीके से ईलाज होना चाहिए और मामले में जांच के बाद फैक्ट्री मालिक पर कार्रवाई की मांग की।