अयोध्या हनुमान जयंती के विशेष आयोजन के लिए अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। आगामी 30 अक्टूबर को हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगने की उम्मीद है, और इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए भक्ति पथ से विशेष प्रवेश मार्ग तैयार किया गया है, और मंदिर के निकास द्वार का भी तेजी से निर्माण किया जा रहा है। इस विशेष व्यवस्था से श्रद्धालु बिना किसी रुकावट के दर्शन और पूजन कर सकेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस तैनाती
हनुमान जयंती के दिन हनुमानगढ़ी में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा अधिकारी बलरामाचारी दुबे ने हनुमानगढ़ी क्षेत्र का निरीक्षण किया और संतों से चर्चा कर समन्वय सुनिश्चित किया। आसपास के इलाके में भी पहले से ही निगरानी बढ़ा दी गई है। 100 अतिरिक्त आरक्षी और 100 पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है। मजिस्ट्रेट के साथ दो क्षेत्राधिकारी भी इस कार्य में लगे हुए हैं।
एसपी सुरक्षा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पुलिस और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। साथ ही, श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे श्रृंगारहाट में ही अपने फुटवियर उतार दें और दर्शन एवं निकास मार्ग पर अनावश्यक रूप से भीड़ न लगाएं।
रामजन्मभूमि परिसर में सुरक्षा कर्मियों के लिए राहत सामग्री
रामजन्मभूमि परिसर में तैनात सुरक्षा कर्मियों को ट्रस्ट की ओर से कंबल और चावल का वितरण किया गया। सुरक्षा कर्मियों की सहायता और ठंड से बचाव के उद्देश्य से दानदाताओं द्वारा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को ये वस्त्र और खाद्य सामग्री भेंट की गई थी। वितरण में एसआईएस और बीपीआईएस एजेंसियों के 1800 से अधिक कर्मियों को शामिल किया गया है, जिसमें प्रत्येक कर्मी को कंबल और पांच किलो चावल प्रदान किया गया।
हनुमान जयंती के अवसर पर प्रशासन की ये तैयारियां दर्शाती हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। अयोध्या में यह आयोजन इस बार और भी भव्यता के साथ मनाया जाएगा।