Report by: Geetanjali Lohani
नई दिल्ली: जहां एक ओर देश में कोरोना की दूसरी लहर (Corona 2nd wave) ने तबाही मचा रखी है वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन का काम भी जोरों पर चल रहा है। लेकिन वहीं किसानों का आंदोलन अभी भी लगातार जारी है। इसी के बीच किसानों (Farmers) के लिए सरकार एक अच्छी खबर लेकर आई है।
जी हां कोरोना की इस लहर का रबी की फसल (Rabi crops) पर कोई असर नहीं पड़ेगा। महामारी की इस दूसरी लहर ने देश में चल रहे फसल संचालन को प्रभावित नहीं किया है क्योंकि पहले से ही शुक्रवार को 55 फीसदी से ज्यादा किसानों ने अपनी फसल काट ली है। तो वहीं अभी तिलहनी फसलों की कटाई थोड़ी बची हुयी है।
आपको जानकर खुशी होगी कि इस बार रबी की फसलों की पैदावार काफी अच्छी हुई है। मानसून की शुरुआत के साथ ही अगली फसल चक्र (crop cycle )की तैयारी के लिए किसानों के पास पर्याप्त समय है। यानि अगले 2 से 3 हफ्तों में रबी (सर्दियों की बोई गई) फसलों की कटाई पूरी होने की उम्मीद है। वहीं बताते चलें कि भारत के मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, इस महीने के बीच में मानसून के पहले चरण की शुरुआत भी हो सकती है।
तेजी से जारी है कटाई-
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी फसल के आंकड़ों से पता चलता है कि किसानों ने पहले ही 91% तिलहन, 83% गन्ने, 82% दाल, 77% मोटे अनाज जैसे की मक्का और ज्वार, और 31% से अधिक गेहूं की कटाई की है। सीजन की शुरूआत में ही 697 लाख हेक्टेयर की कुल एकड़ में से 390 लाख हेक्टेयर से अधिक रबी फसलों की फसल शुक्रवार तक काटी गई। सरकार का कहना है कि दलहनी फसलों की पैदावार काफी अच्छी हुई है और काफी तेजी से कटाई जारी है। जल्द ही पूरी कटाई प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
मंत्रालय ने फरवरी 2020-21 में देश के खाद्यान्न उत्पादन को लगभग 303 मिलियन टन (MT) के ऑल-टाइम रिकॉर्ड के रूप में अनुमानित किया था, जो पिछले साल के उत्पादन की तुलना में 2% ज्यादा है। धान (120 मीट्रिक टन), गेहूं (109 मीट्रिक टन), मक्का (30 मीट्रिक टन) और चना (12 मीट्रिक टन) का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ।
जानें किन फसलों पर कोरोना का असर नहीं-
रबी और खरीफ फसलों के बीच के समय में बोई जाने वाली फसलों को जायद फसले कहते हैं। जायद फसलों में मुख्य रूप से तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, लौकी, तुरई, भिंडी, अरबी, मूंग, उड़द, सूरजमुखी, मक्का, हरा चारा, बैंगन, कदीमा, मिर्च, कद्दू, प्याज, साग आदि शामिल हैं। इन फसलों का लाभ किसान मार्च-मई में उठाते हैं, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ होता है। तो वहीं फसलों को लेकर कृषि मंत्रालय का कहना है कि इनकी बुवाई पर कोविड-19 महामारी का कोई असर नहीं पड़ा है।