रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: देश में कोरोना के दूसरे लहर से तबाही मची हुई है, लोग ऑक्सीजन और जरुरी दवाईयों के बिना दम तोड़ रहे हैं, इन सबके बीच मानसून से एक अच्छी खबर है। शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय दबाव के चलते उत्तर प्रदेश में आंधी-पानी का सिलसिला बना रहेगा। जो देश और प्रदेश के अन्नदाताओं के लिए अच्छी खबर है।
मौसम निदेशक जेपी.गुप्ता बताया कि वैसे तो यह पश्चिमी विक्षोभ मई के महीने में सक्रिय होते थे जो मानसून आने से पहले तक चलते थे मगर इस बार इनकी शुरुआत अप्रैल में ही हो गई। उन्होंने बताया कि अगले दो तीन दिन प्रदेश में मौसम साफ रहेगा, उसके बाद फिर आंधी-बारिश के आसार हैं। उन्होंने शुक्रवार को पश्चिमी यूपी के उत्तरी क्षेत्र में कहीं-कहीं आंधी-पानी की आशंका जताई है।
आपको बता दें कि बुधवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश की वजह से गेहूं की तैयार हुई फसल को काफी नुकसान होने की खबर है। मौसम निदेशक के अनुसार बुधवार की रात आयी आंधी की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की थी। इस अवधि में सबसे अधिक 3-3 सेण्टीमीटर बारिश लखनऊ, बाराबंकी, गोण्डा और सीतापुर में रिकॉर्ड की गई।
इसके साथ ही बाराबंकी के सिरौली गौसपुर, महाराजगंज के फरेंदा, बलिया, श्रावस्ती के कतर्नियाघाट, उन्नाव के सफीपुर, बरेली के नवाबगंज और मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में 2-2 से.मी.बारिश दर्ज की गयी। इस आंधी पानी की वजह से बुधवार की रात और गुरुवार को दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
आपको बता दें कि मौसम विभाग ने जानकारी दी थी कि इस साल मानसून के समय से पहले आने की उम्मीद है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि इस बारिस भी अच्छी होगी।