रिपोर्ट: सत्यम दुबे
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी दंग रह जायेंगे। यहां पुलिस ने एक बड़े बच्चा चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। जिले में बच्चा चोरी शिकायत हाल के दिनों ज्य़ादा बढ़ गई थी। जिससे पुलिस को भी किसी गैंग के शामिल होने का शक हुआ। पुलिस ने पूरी तैयारी कर रणनीति बनाकर गैंग का पर्दाफाश किया है। फातिमा नाम की महिला ने बच्चा चोरी होने का रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को ढ़ूंढ निकाला। इस बच्चे को इसी गैंग ने चोरी किया था।
आपको बता दें कि बच्चा चोरी की शिकायत मिलने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई, और सूचना के आधार पर लोनी थाना पुलिस ने ना केवल बच्चे को लखनऊ से सकुशल बरामद कर लिया बल्कि बच्चों की तस्करी और उनकी खरीद-फरोख्त करने वाले सफेदपोशों के गैंग के 11 महिला-पुरुष सदस्यों को गिरफ्तार भी किया है। इसके बाद पुलिस ने संगीन वारदात का खुलासा किया।
जिले में 12 मई को लोनी की रहने वाली फातिमा ने पुलिस को शिकायत की थी कि दोपहर करीब 12 बजे एक पुरुष और एक महिला उसके घर पर किराए का मकान देखने के लिए आए थे। बातों-बातों में ही दोनों ने फातिमा को कुछ नशीला पदार्थ दे दिया और उसका 15 दिन का बच्चा लेकर फरार हो गए।
शिकायत मिलने के बाद SSP अमित पाठक ने बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया जिसके बाद दिल्ली से साढ़े 400 किलोमीटर दूर चोरी किए गए बच्चे रमजानी को आलोक अग्निहोत्री नाम के शख्स के कब्जे से बरामद कर लिया गया। वहीं लखनऊ से गिरफ्तार आलोक अग्निहोत्री ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने पुलिस को बताया कि शादी के बाद उसकी कोई औलाद नहीं थी जिसके चलते उसने यह बच्चा 5.50 लाख में अश्मित कौर और उसके पति गुरमीत कौर से खरीदा। अश्मित और गुरमीत दोनों ही दिल्ली के रहने वाले हैं।
गुनहगारों के उगलने के बाद पुलिस के सामने चुनौती थी कि आखिर बच्चा अश्मित और गुरमीत के पास कैसे पहुंचा तो पुलिस ने सबसे पहले दिल्ली से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर दोनों ने बताया कि यह बच्चा वाहिद और तरमीम ने चोरी करके रूबिना तथा मोनिका को दिया था। फिर इन दोनों ने बच्चे को सरोज, प्रीति और ज्योति को दिया। इनके द्वारा यह बच्चा प्रभा, श्रीमति इंदु व उसके दोस्त शिवा के द्वारा अश्मित कौर व उसके पति गुरमीत के पास पहुंचा था।
आपको बता दें कि नवजात बच्चा चोरी करके बेचने वाला एक गैंग है जो इलाके में लंबे समय से सक्रिय था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 लाख रुपये बरामद किए हैं। अश्मित कौर द्वारा बताया गया कि उनका मोबाइल नंबर डैली हट नामक वेबसाइट पर पड़ा है। जिसको बच्चे की आवश्यकता होती है वह उसे फोन करके बताता है और फिर बच्चे की व्यवस्था कर दी जाती है।
इस मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चेंजर वाहिद, तरमीम, अश्मित कोर व गुरमीत, सरोज, प्रीति, ज्योति, मोनी उर्फ मोनिका और रूबिना को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वहीं तीन आरोपी प्रतिभा इंदु और शिवा फरार हैं जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।