नौ ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाले शनि देव अब आज से मार्गी हो गए है। शनि की चाल इसलिए भी मायने रखती है क्यूंकि ये सबसे धीमे ग्रह है।
चंद्रमा जहां एक राशि का गोचर ढाई दिन में पूरा करते है वही शनि देव को एक राशि में गोचर करने में ढाई साल लग जाते है। शनि देव मकर और कुम्भ राशि के स्वामी है जो की कर्म और लाभ को दर्शाती है।
इसलिए कहा जा सकता है की कर्म और लाभ के स्वाभाविक आधिपति शनि देव है। शनि देव जो पहले वक्री चाल चल रहे है अब वही वो मार्गी हो गए है ,ऐसे में जिन लोगों की ढैया और साढ़े साती चल रही है उन्हें राहत मिलने का अनुमान है।
शनि देव ने इसी साल की शुरुआत में अपनी खुद की राशि मकर में प्रवेश किया था।
मकर राशि शनि की सामान्य राशि है और गोचर में इस वक्त उनके ऊपर राहु का प्रभाव है ,राहु इस वक्त अपनी दृष्टि से शनि देव को देख रहे है जो की हाल ही में वृष राशि में आये है।
शनि देव के मार्गी होने से मिथुन, कन्या, कर्क, धनु और वृश्चिक राशि वालों को फायदा मिल सकता है। इसके अलावा मेष और वृष राशि के जातकों को कर्म में शुभ फल और आर्थिक वृद्धि के योग दिखाई दे रहे है।
इस समय कुंभ राशि के जातकों की भी साढ़े साती शुरु हुई है इसलिए शनि देव के मार्गी होने से उनको भी राहत मिलने का अनुमान है।
बता दे, धनु, मकर और कुंभ राशि के जातक इस वक्त साढ़े साती के प्रभाव में है वहीं मिथुन और तुला राशि के जातक की ढैया है।