साल 2014 में मलेशिया के एमएच 370 विमान 8 मार्च को गायब हो गई थी, जिसमें घटना के वक्त 239 लोग मौजूद थे। इमें अधिकतर लोग चीन से थे, जो कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहे थे। हिंद महासागर के करीब 1.20 लाख वर्ग किलोमीटर की खोजबीन में भी इस जहाज का पता नहीं चला। अब इसपर मलेशिया के टॉप लेवल के अधिकारियों का मानना है कि विमान के कप्तान ने जानबूझ कर गायब किया।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टॉनी एबॉट ने दावा किया है कि मलेशिया के विरष्ठ अधिकारियों का मानना है कि उस विमान को उसके पायलट ने जानबूझकर गायब किया। उन्होंने कहा कि पायलट आत्मघाती था, जिसने फ्लाईट में सवार सभी लोगों की जान ले ली।
इस विमान के गायब होने के बाद इसकी सर्च ऑपरेशन अभियान जनवरी 2017 तक चला, लेकिन इसके बाद भी विमान को कोई सुराग नहीं मिल सका। यह विमानन उद्योग का अब तक का सबसे लंबा खोजबीन अभियान था। खबरों की माने तो पीर्व पीएम टॉनी एबॉट ने कहा कि, विमान के गायब होने के महीने भर के भीतर ही मलेशिया सरकार के वरिष्ठ अखिकारियों को बता दिया गया था कि विमान को उसके पायलट ने जानबूझकर डुबोया था। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबित पायलट आत्महत्या की और साथ ही विमान में सवार लोगों के मौत की वजह बना।
वहीं, मलेशिया के सिविल एविएशन रेगुलेटर के पूर्व अध्यक्ष अजहरुद्दीन अब्दुल रहमान ने टॉनी एबॉट के दावे को लेकर कहा कि उनके पास अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है। यह सिर्फ एक बयान है, जिसपर ध्यान न ही दिया जाए तो बेहतर होगा।