अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पाकिस्तान के विरुद्ध जमकर विरोध प्रदर्शन किये गये। इस दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगे। जिसे तालिबान बर्दाश्त नहीं कर सका। और उसने प्रदर्शन कर रहे भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए हवाई फायरिंग की। वहीं तालिबान लड़ाकों ने इस खबर को कवर करने वाले टोलो न्यूज के कैमरापर्सन वाहिद अहमदी को भी उठा लिया।
नई दिल्ली : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पाकिस्तान के विरुद्ध जमकर विरोध प्रदर्शन किये गये। इस दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगे। जिसे तालिबान बर्दाश्त नहीं कर सका। और उसने प्रदर्शन कर रहे भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए हवाई फायरिंग की। वहीं तालिबान लड़ाकों ने इस खबर को कवर करने वाले टोलो न्यूज के कैमरापर्सन वाहिद अहमदी को भी उठा लिया। जिसे उन्होंने तीन घंटे बाद छोड़ा है।
आपको बता दें कि कैमरामैन के छोड़े जाने की जानकारी खुद Tolo News ने दी है। टोलो न्यूज ने बताया कि कैमरापर्सन को कैमरा भी लौटा दिया गया है। हालांकि इस दौरान उन्हें तीन घंटे तक हिरासत में रखा गया था।
TOLOnews cameraperson Wahid Ahmadi was released after being detained for nearly three hours by the Taliban. His camera–with its footage of the protests he was covering–has been returned.#TOLOnews pic.twitter.com/lwB7aEReEZ
— TOLOnews (@TOLOnews) September 7, 2021
बता दें कि अफगानिस्तान में बीते एक-दो दिनों से लगातार पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था। अफगान नागरिक पाकिस्तान द्वारा पंजशीर में किए गए हमले का विरोध कर रहे हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, तालिबान के लड़ाकों द्वारा काबुल में राष्ट्रपति पैलेस के पास फायरिंग की गई। यहां पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मार्च कर रह थे। राष्ट्रपति पैलेस के पास ही काबुल सेरेना होटल है, जहां पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख पिछले एक हफ्ते से रुके हुए हैं।
तीन नामों पर चर्चा
अफगानिस्तान में सरकार बनाने को लेकर तालिबान में अंदरुनी गुटबाजी सामने आ रही है। इनमें प्रमुख रूप से तीन नाम सामने आ रहे हैं। मुल्ला अब्दुल गनी बरादर, हिब्तुल्लाह अखुंदजादा और सिराजुद्दीन हक्कानी। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुल्ला बरादर और सिराजुद्दीन हक्कानी के बीच सरकार बनाने को लेकर काफी तनातनी है और इसके अलावा भी कुछ वजहें हैं जिसके चलते अफगानिस्तान में सरकार बनने को लेकर अड़चनें पेश आ रही हैं।