{ फर्रुखाबाद से सतीश गुप्ता की रिपोर्ट }
कोविड-19 जैसी महामारी से आज हमारा पूरा राष्ट्र जूझ रहा है। हमारी केन्द्र व राज्य सरकारें कोई कोर-कसर बकाया नहीं छोड़ रहीं हैं।
तो पेश है फर्रुखाबाद जनपद में तैनात आईएएस मुख्य विकास अधिकारी डाॅ राजेन्द्र पेंसिया से HNN 24×7 /RNI रिपोर्टर सतीश गुप्ता की विशेष बातचीत के मुख्य अंश।
– टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद
– बच्चों के डायपर बदलने के बाद
– किसी जानवर को छुने या उसे खाना खिलाने के बाद
-अपनी नाक साफ करने, खांसने या छींकने के बाद
– किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल के बाद
– कचरा फेंकने या इकट्ठा करने के बाद
– इसके अलावा जब आपके हाथ गंदे दिखे तब भी धोलें।
आमतौर पर हाथों को साबुन या हैंड वॉश और पानी से धोना सबसे अच्छा होता है। सबसे पहले अपने हाथों को साफ और बहते पानी से गीला कर लें। इसके बाद हाथों पर साबुन या हैंड वॉश से झाग बना लें। दोनों हाथों को लगभग 20 सेकंड तक ठीक से रगड़ें।
अपने हाथों की कलाई, अपनी उंगलियों के बीच और अपने नाखूनों के नीचे भी झाग को रगड़ना न भूलें। इसके बाद साबुन को पानी से अच्छे से धो लें। कई बार लोग सूखे हाथ पर साबुन लगा लेते हैं जो गलत होता है। हाथ धोने के लिए पानी और साबुन का सही माप होना चाहिए।
1. हैंड सैनिटाइजर में ट्राइक्लोसान नाम एक केमिकल होता है, जिसे हाथ की स्किन सोख लेती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से यह केमिकल आपकी त्वचा से हुते हुए आपके स्क्त में मिल जाता हैं। रक्त में मिलने के बाद यह आपकी मांसपेशियों के ऑर्डिनेशन को नुकसान पहुंचाता है।
2. हैंड सैनिटाइजर में विषैले तत्व और बेंजाल्कोनियम क्लोराइड होता है, जो कीटाणुओं और बैक्टीरिया को हाथों से बाहार निकाल देता है, लेकिन यह हमारी त्वचा के लिए अच्छा नहीं होता है। इससे त्वचा में जलन और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. सैनिटाइजर में खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी मात्रा जिन सैनिटाइजर में ज़्यादा होती है, वे हमारे लिए हानिकारक होते हैं। इस तरह के अत्यधिक खुशबू वाले सैनिटाइजर लीवर, किडनी, फेफड़े तथा प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।
4. सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा होने की वजह से ये बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं, खासकर यदि बच्चे इसे नादानी में निगल लें।
5. इसके ज्यदा इस्तेमाल से त्वचा ड्राई हो जाती है। कई रिसर्च के अनुसार इसका ज्यादा प्रयोग बच्चों की इम्यूनिटी को भी घटाता है।
मुख्य विकास अधिकारी डाॅ राजेन्द्र पेंसिया आईएएस है और मथुरा व मिर्जापुर जिले में तैनात रहे। प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्य नाथ जी , राज्यपाल मा.रामनाइक जी , व मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री वैंकटेश्वर लू व मण्डलायुक्त श्री रंजन कुमार आदि द्वारा मुख्य विकास अधिकारी डाॅ राजेन्द्र पेंसिया को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता व्यस्कों के मुकाबले कमजोर होती है, इसलिए उनको खास देखभाल की जरुरत होती है।
हाथ धोने के फायदे बहुत से हैं लेकिन बच्चे इस बात को नहीं समझते हैं। कभी-कभार यह उनकी आदत में शामिल हो जाता है लेकिन कई बार वह इसके आदी नहीं होते हैं। हाथ धोने के फायदे केवल बच्चों के लिए नहीं है बल्कि ये करना हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है।