देश में कृषि कानून के विरोध में हो रहा प्रदर्शन अब तेज हो रहा है। आपको बता दे की किसानों के आंदोलन के चलते दिल्ली हाई अलर्ट पर है और दूसरी और किसानों से शर्त के साथ बात करने के सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
बीते चार दिनों से सिंघु व टिकरी बॉर्डर पर डटे किसानों ने बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड जाने से भी साफ इनकार कर दिया है। रविवार को 30 किसान संगठनों की बैठक के बाद उनके प्रतिनिधियों ने कहा, गृहमंत्री अमित शाह ने जो शर्त रखी, हमें मंजूर नहीं है।
आगे उन्होंने कहा, हमें सरकार की प्रस्ताव मंजूर नहीं है। सरकार ने हमें शर्त रखकर बातचीत को बुलाया है। सरकार को बातचीत का माहौल बनाना चाहिए। अगर कोई शर्त होगी तो हम बात नहीं करेंगे।
इसके अलावा पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनको सूचना मिल रही है कि अब किसान छोटे-छोटे समूह बनाकर राजधानी में घुसने और इकट्ठा होने का प्रयास करेंगे। ऐसी आशंकाओं को देखते हुए पुलिस को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। गुरुद्वारों में कहीं यह शरण न लें इस पर भी नजर रखी जा रही है।
इस बीच, केंद्रीय गृहसचिव अजय कुमार भल्ला ने 32 किसान संगठनों को भेजे पत्र में कहा है कि एक बार किसान निर्धारित स्थान पर पहुंच जाते हैं तो मंत्रियों की उच्च स्तरीय टीम विज्ञान भवन में उनके साथ बातचीत करेगी।
वही भारत किसान यूनियन के राकेश टिकैत के नेतृत्व में गाजीपुर बॉर्डर पर जमा हुए किसानों ने दोपहर को बैरिकेड की पहली कतार को तोड़ दिल्ली में घुसने की कोशिश की। हालांकि सुरक्षा बलों ने उन्हें पीछे धकेल दिया। यहां करीब 300 किसान जमा हैं।