राज्यसभा में कृषि बिल के विरोध में विपक्ष एकजुट हो गया है। शिवसेना से लेकर कांग्रेस तक ने बिल के विरोध में अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है।
राज्यसभा में बीजेपी को इसका जवाब देते हुए कांग्रेस के सांसद अहमद पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी का मेनिफेस्टो ‘घोड़ा’ था, इसकी ‘गधे’ (मोदी सरकार के विधेयक) से तुलना ना की जाए। सत्तापक्ष की ओर से इस पर आपत्ति जताई गई और इसे असंसदीय बताया गया।
अहमद पटेल ने कहा, ”उन्होंने मेनिफेस्टो के 22 पॉइंट में से केवल 2 पॉइंट पढ़े हैं। हमने जो सुधार बताए थे उनका उद्देश्य किसानों की मदद करना है, लेकिन मौजूदा बिल में किसानों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं है। बिल केवल कॉर्पोरेट की रक्षा करता है।”
कृषि विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अहमद पटेल ने अनोखी मिसाल दी। पार्टी तीनों विधेयकों का विरोध कर रही है। जिसके जवाब में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र सामने रखा था।
उसके कई बिंदु इन विधेयकों में मौजूद हैं। आज जब अहमद पटेल बोलने लगे तो उन्होने इस तर्क का जवाब दिया। पटेल ने कहा, “हमारा मैनिफेस्टो जैसे घोडा़, लेकिन ये गधे के साथ उन्होंने कम्पेयर करने की कोशिश की है।” इसपर सत्तापक्ष की तरफ से आपत्ति जताई गई।
पटेल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की ओर से लाया गया विधेयक एमएसपी सिस्टम को बर्बाद कर देगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो में किसानों की भलाई के लिए कई योजना था, बीजेपी सरकार यदि लागू करना चाहती है तो पूरे घोषणापत्र को लागू करे।