रिपोर्ट – माया सिंह
ओडिसा : ओडिसा से नयागढ़ से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है । इस घटना से साफतौर पर पता चलता है कि समाज का एक हिस्सा आज भी अंधविसश्वास के बेड़ियों में जकड़ा हुआ है । चौंकाने वाली बात यह है कि यहां के लोगों ने एक अपने तंत्र-मंत्र के जरिये एक मृतक को जिंदा करने की कोशिश की , जबकि मृतक का पोस्टमार्टम तक हो चुका था ।
विज्ञान और तकनीक के इस आधुनिक दौर में हैरत में डालने वाली यह घटना नयागढ़ जिले के सारांकुल थाना के अंतर्गत आने वाले बारासाही गांव में हुई है । मृतक की पहचान राबी नाहक के नाम से हुई है ।
दरअसल , 45 वर्षीय नाहक स्थानीय पर्व डांडा नाचा में भाग लिया था । इस त्योहार से जुड़ी ख़ास परंपरा के मुताबिक नाहक ने पिछले 3 दिन से उपवास रखा था , इस बीच में अन्न का एक दाना भी ग्रहण नहीं किया था । इसके बाद नाहक की हालत आचानक गंभीर हो गई और आनन – फानन में अस्पताल पहुंचाया गया । जहां उसने अंतिम सांस ली , जिसके बाद पोस्टमार्टम करके शव को उसके परिजन के हवाले कर दिया गया ।
जानकारी के मुताबिक नाहक के परिवार वाले ने शव को गांव में लाने के बाद अंतिम संस्कार नहीं करके , किसी तांत्रिक को बुलाकर झाड-फूंक कराने लगे और मृत शरीर में जान आने की आश लेकर घंटो इंतजार करते रहे । गांववालों और परिजनों का मानना था कि देवी काली और भगवान शिव, मृतक को माफ करेंगे और वो दोबारा जी उठेगा । इन तमाम कोशिशों के बाद जब नाहक जीवित नहीं हुआ तब उन्होनें सोमवार को अंतिम संस्कार किया ।
इस संबंध में नयागढ़ के सीडीएमओ डॉ. शक्ति प्रसाद मिश्रा ने बताया कि , पोस्टमॉर्टम से सामने आया कि नाहक की मौत डिहाईड्रेशन की वजह से हुई है । हालांकि गांव में इस केस को लेकर जांच चल रही है ।