कोरोना का कहर अभी भी जारी है। हर रोज हजारों की संख्या में नए केस सामने आ रहे है। कोरोना काल में सभी त्यौहार फीके नजर आये है। नए साल में भी कोरोना का असर दिखेगा। जिसके कारन पूरे विश्व में लोग इस बार नये साल 2021 का स्वागत उस तरीके से नहीं कर पाएंगे जैसा पहले किया करते थे।
आज साल 2020 का आखिरी दिन है। अगर किसी साल के जल्द से जल्द बीतने की उम्मीद करने की बात आए तो शायद यह 2020 ही होगा। इस साल की समाप्ति ही जश्न का एक बड़ा कारण हो सकता है। लेकिन कोरोना संकट अभी तक बरकरार रहने के कारण देशभर में नववर्ष के स्वागत में जश्न का माहौल थोड़ा फीका रह सकता है।
भारत के अलग-अलग राज्यों में कई सारी पाबंदियों के बीच नए साल का स्वागत किया जाएगा। कई जगहों पर नाइट कर्फ्यू भी रहेगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों नए साल पर सख्त निगरानी रखने को कहा है।
इसके मद्देनजर मुंबई में धारा-144 लागू कर दी गई है, देश की राजधानी दिल्ली में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश की राज्य सरकारों ने भी नए साल के जश्न पर तरह-तरह की पाबंदी लगाई हैं।
दिल्ली में 31 दिसंबर और 1 जनवरी की रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। डीडीएमए ने कोरोना को देखते हुए नए साल के जश्न को लेकर होने वाली भीड़ के कारण ये ऑर्डर जारी किया है।
पब्लिक प्लेस पर 5 लोगों से ज्यादा भीड़ इकठ्ठी नहीं हो सकती। नए साल के किसी भी जश्न और सेलिब्रेशन या प्रोग्राम की इजाजत नहीं होगी। लाईसेंसी प्लेस पब्लिक प्लेस के दायरे में नहीं आएंगे।
योगी सरकार ने नए साल पर कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर रोक लगाई है। नए साल पर कार्यक्रम के लिए पुलिस-प्रशासन से भी इसकी इजाजत लेनी होगी।
कार्यक्रम की मंजूरी मिलने के बाद कोविड नियमों का पालन भी करना होगा। गाइडलाइन में कहा गया है कि खुली जगह पर आयोजन होने की स्थिति में क्षमता के 40 प्रतिशत लोग ही इकट्ठा हो सकेंगे।
आयोजनकर्ता को कार्यक्रम में कोरोना से बचाव के लिए सभी इंतजाम करने होंगे. कोविड नियमों का पालन नहीं करने पर आयोजनकर्ता पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वही, नए साल के चलते मुंबई पुलिस ने जगह-जगह शहर में नाकाबंदी कर रखी है। मिली जानकारी के अनुसार गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। 31 दिसंबर के मद्देनजर पुलिस ने विशेष गाइडलाइंस जारी की है।
जिसके तहत सार्वजनिक जगहों पर भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकती, एक गाड़ी में चार से ज्यादा लोग सफर नहीं कर सकते हैं, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है, रात 11 से 6 बजे के तक होटल पब बार सब बंद रखे जाएंगे, पटाखे फोड़ने पर पाबंदी है, लाउडस्पीकर और डीजे सीमित डेसिबल में बजाने की ही अनुमति है।
पुलिस ड्रोन कैमरे के जरिये सभी इलाकों पर नजर रखेगी। साथ ही महाराष्ट्र में नए साल का जश्न मनाने के लिए महाबलेश्वर और पंचगनी पहाड़ी पर्यटन केंद्रों पर लोगों के पहुंचने के बीच प्रशासन ने 31 दिसंबर को रात दस बजे के बाद सभी कार्यक्रमों के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है।
यहां धारा 144 लगाते हुए चार से अधिक व्यक्तियों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। सातारा जिले में पहाड़ी पर्यटन केंद्रों पर नव वर्ष की पूर्व संध्या पर होटलों, रेस्तरांओं और ढाबों को रात ग्यारह बजे के बाद संचालित करने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित होटलों, रेस्तारांओं और ढाबों को उससे छूट दी गयी है।
नए साल का जश्न मनाने के लिए लाखों पर्यटक गोवा आए हैं। गोवा के बीच पर बडी संख्या में देसी सैलानी आए है लेकिन इनमें से मास्क पहने बहुत कम लोग आते हैं। सोशल डिस्टन्सिंग का पालन नहीं किया जाता है।
पुलिस और लाइफगार्ड निर्देश देने के बावजूद पर्यटक सुनने के मूड में नहीं हैं। थर्टी फर्स्ट का जश्न मनाने के लिए इस साल बड़ी संख्या में घरेलू पर्यटक गोवा पहुंचे हैं। इस साल विदेशी पर्यटक गोवा नहीं आ सके हैं क्योंकि चार्टर उड़ानें शुरू नहीं हुई हैं। 31 दिसंबर के लिए, तटीय होटलों और शैक में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।