रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: पुरातन भारतीय पद्धति के अनुसार आयुर्वेद एक प्राकृतिक चिकित्सकीय वैद्य-शास्त्र है। आयुर्वेद के अनुसार कई ऐसे पेड़-पौधें होते है जो जड़ी-बूटी और औषधि में काम आते है। इन्हीं में एक तुलसी भी होती है जिसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों वाला पौधा माना जाता है। हिंदू परंपरा के अनुसार घर में तुलसी का पौधा रखना शुभ माना जाता है। लेकिन कभी-कभी आपने देखा होगा कि अचानक तुलसी के पत्ते मुरझाने लगते है। तुलसी एकदम से सूखने लगती है मान्यताओं के अनुसार ऐसा होना अपशकुन का संकेत होता है। तो चलिए जानते है तुलसी से जुड़ी मान्याताओं के बारे में-
अगर परिवार के किसी भी सदस्य पर कोई मुश्किल आने वाली है तो उसकी सबसे पहली नजर घर में मौजूद तुलसी के पौधे पर पड़ती है। शास्त्रों में भी यह बात लिखी है कि अगर घर पर कोई संकट आने वाला है तो सबसे पहले उस घर से लक्ष्मी यानी तुलसी चली जाती है और वहां दरिद्रता का वास होने लगता है।
वास्तुशास्त्र में भी तुलसी को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। वास्तु के अनुसार तुलसी को किसी भी प्रकार के दोष से मुक्त रखने के लिए उसे दक्षिण-पूर्व से लेकर उत्तर-पश्चिम में लगा सकते हैं।
अगर तुलसी के गमले को रसोई के पास रखा जाए तो किसी भी प्रकार के गृह कलह से मुक्ति पाई जा सकती है।
यदि आपकी संतान आपके नियंत्रण से बाहर हो गई है तो पूर्व दिशा में रखी गई तुलसी के तीन पत्तों को प्रतिदिन बच्चों को खिलाने से वे आपकी आज्ञा का पालन करने लगते हैं।
आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं या लगातार बिजनेस में नुकसान हो रहा है तो दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखी तुलसी पर प्रत्येक शुक्रवार को कच्चा दूध और मिठाई का भोग लगाने के बाद उसे किसी सुहागिन स्त्री को दे दें। इससे आर्थिक लाभ मिलने लगता है।
नौकरीपेशा व्यक्ति यदि बॉस से परेशान हैं तो ऑफिस की खाली जमीन पर या किसी गमले में सोमवार को तुलसी के सोलह बीज किसी सफेद कपड़े में बांधकर दबा दीजिए। इससे ऑफिस में आपका सम्मान बढ़ेगा।
घर की महिलाएं यदि प्रतिदिन तुलसी में शुद्ध जल अर्पित कर शालिग्राम का अभिषेक करें तो वास्तुदोष समाप्त हो जाता है।