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मंगलवार को कीजिए ये कार्य और पाइये हनुमान जी की अपार कृपा ! पढ़िए

By: RNI Hindi Desk 
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मंगलवार को कीजिए ये कार्य और पाइये हनुमान जी की अपार कृपा ! पढ़िए

सप्ताह के 7 वारों में से हर एक देवता का एक एक वार पर आधिपत्य होता है। इसी तरह मंगलवार का आधिपत्य हनुमान जी के पास है। हनुमान जी कलियुग में अमर है और इसी नाते उन्हें कलियुग का गुरू भी कहा जाता है।

माना जाता है की जिनका कोई गुरु नहीं है उन्हें हनुमान जी को अपना गुरु बना लेना चाहिए ताकि उनके जीवन के सभी कष्ट मिट सकें। अगर देखा जाए तो राम जी के सबसे प्रिय हनुमान जी है जिनकी आज्ञा के बिना कोई राम जी का दर्शन नहीं कर सकता है।

मानस के लेखक तुलसीदास जी को भी हनुमान जी के माध्यम से ही राम जी के दर्शन हुए थे और उन्होंने उनकी की कृपा से मानस की रचना की थी।

जब श्री राम को 14 साल का वनवास मिला तो वो अपनी पत्नी और अपने भाई के साथ जंगल में निकल गए थे।

एक असुर रावण की बहन सूर्पणखा ने सीता पर हमला करने की कोशिश की तो लक्ष्मण जी ने उसकी नाक काट दी थी जिसके बाद उसने बदला लेने के लिए खर दूषण नाम के असुर को भड़काया लेकिन राम और लक्षमण जी ने पूरी सेना का संहार कर दिया था।

इसके बाद सूर्पणखा ने रावण को जाकर सीता की सुंदरता के बारे में बताया और उसे सीता का हरण करने के लिए उकसाया। उसकी बातों में आकर रावण ने मारीच की मदद से मायावी लीला रची और सीता का हरण कर लिया था।

इसके बाद राम की मित्रता सुग्रीव नाम के वानर से हुई जो की अपने भाई के डर से पर्वत पर रहता था। हनुमान जी इन्ही सुग्रीव जी की सेना में थे और उनके प्रमुख सलाहकार थे।

इसी के बाद वो राम जी से मिले कर उनके हर कार्य में उनकी मदद की। इसलिए मंगलवार का दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने का अच्छा दिन माना जाता है।

अगर आपकी कुंडली में मंगल अशुभ है तो हर मंगलवार को बरगद के पेड़ को जल देना चाहिए वही इसकी पूजा भी करनी चाहिए।

इसके अलावा हर मंगलवार को हनुमान जी महाराज को गुलाब के फूलों की माला और सिंदूर भी भेंट करना चाहिए।

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