अमेठी में नवनिर्मित 200 बेड के अस्पताल तिलोई का डीएम अरुण कुमार ने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने अस्पताल निर्माण में लगाई जा रही सामग्री का भी बारीकी से निरीक्षण किया. वही स्वास्थ्य को लेकर लाए जा रहे यंत्र के बारे में CMS के सही जानकारी न दे पाने पर डीएम ने CMS को फटकार लगायी. वही अस्पताल का निर्माण करा रही संस्था द्वारा तय समय सीमा पर अस्पताल को हैंडओवर न करने को लेकर निर्माणदायी संस्था को भी जमकर फटकार लगायी. संस्था द्वारा एक महीने का समय मांगा गया. नियति अवधि के अंदर अस्पताल का कार्य पूरा होने पर सीएमओ को कार्यदायी संस्था के जिम्मेदारों पर एफआईआर करने के लिए निर्देश दिए और 1 महीने के अंदर काम पूरा कर देने को लेकर लिखित पत्र डीएम ने लिया. शासन की तरफ से अस्पताल को L3 कोविड अस्पताल बनाने की भी मंजूरी मिल चुकी है. निरीक्षण के दौरान डीएम, सीडीओ, सीएमओ, पीडब्ल्यूडी,अधिशासी अभियंता व सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे. बता दें कि कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही थी जिसको देखते हुए अमेठी में कोविड L-2 हॉस्पिटल डेवलप किया है। अभी तक जनपद में सिर्फ L1 हॉस्पिटल की सुविधा थी। जिसमें पूरे जिले में L1 अस्पताल में कुल 930 बेड उपलब्ध है। जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों का प्राथमिक उपचार किया जाता था । इसकी गंभीर होने के बाद ऐसे संक्रमित मरीजों को भी लेकर बाहर अंबेडकरनगर स्थित L2 हॉस्पिटल भेजा जाता था। ऐसी मौतों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग से जिले के मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त जिला चिकित्सालय के नवनिर्मित भवन जिसमें अभी तक L1 हॉस्पिटल संचालित था। अब उसी ऊपरी मंजिल में L2 हॉस्पिटल डेवलप कर दिया गया है। यह हॉस्पिटल 100 बेड का है। इसमें कोरोना वायरस के अत्यंत गंभीर स्थिति वाले रोगी भर्ती हो सकेंगे और उनका माकूल ढंग से इलाज हो सकेगा। इसमें आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। जिसमें सरकार के द्वारा उपलब्ध कराए गए अन्य आवश्यक सुविधाओं सहित 10 वेंटिलेटर सहित 14 आईसीयू बेड की सुविधा भी उपलब्ध है।वीओ- इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश मोहन श्रीवास्तव से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त चिकित्सालय गौरीगंज में पहले 100 बेड का L1 हॉस्पिटल चल रहा था। मरीजों की स्थिति जब गंभीर होती थी तब उनको हम अंबेडकर नगर मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया करते थे। जहां पर 2:30 से 3 घंटे मरीज को पहुंचने में लगता था। मरीज को कठिनाई होती थी तथा मरीज की डेथ होने पर हमें कष्ट होता है। इसलिए हमने L2 का निर्माण करा लिया है। L2 हॉस्पिटल हमारा तैयार है। इसमें हमारे 14 बेड आईसीयू के हैं वेंटिलेटर हमारे क्रियाशील हैं डॉक्टरों की टीम को प्रशिक्षित किया जा चुका है दवा सब उपलब्ध है । अब हम अपने जनपद के मरीजों को L1 हॉस्पिटल के अटैच में रखेंगे। जिस की स्थिति गंभीर होगी उसको हम ऊपर ले जाकर भर्ती करेंगे। ऊपर हमारा 100 बेड का L2 अस्पताल तैयार है। वहां पर हम उनको बेहतर इलाज उपलब्ध कराएंगे और इससे मृत्यु दर कम करने का प्रयास करेंगे।जिससे उनकी डेथ ना होने पाए मेरा प्रयास है कि सभी बचे हैं। जिले में कोरोनावायरस से किसी भी प्रकार की कोई कैजुअल्टी ना होने पाए।