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पिछले कुछ घंटों की बारिश में पानी-पानी हुई दिल्ली, ऑरेंज अलर्ट जारी, टूटा 19 साल का रिकॉर्ड

दिल्ली-एनसीआर में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश (Delhi NCR Heavy Rain) ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। 6 घंटों की भारी बारिश से दिल्ली पानी-पानी होती नजर आई। घने बादलों के बीच तेज बारिश से कई इलाकों में अंधेरा छा गया। मिंटो ब्रिज, आईटीओ समेत तमाम इलाकों में वाहन सुबह के वक्त रेंगते नजर आए। दिल्ली के लोदी गार्डेन, आईजीआई एयरपोर्ट जैसे इलाकों में तेज बारिश देखी गई।

By: Amit ranjan 
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पिछले कुछ घंटों की बारिश में पानी-पानी हुई दिल्ली, ऑरेंज अलर्ट जारी, टूटा 19 साल का रिकॉर्ड

नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश (Delhi NCR Heavy Rain) ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। 6 घंटों की भारी बारिश से दिल्ली पानी-पानी होती नजर आई। घने बादलों के बीच तेज बारिश से कई इलाकों में अंधेरा छा गया। मिंटो ब्रिज, आईटीओ समेत तमाम इलाकों में वाहन सुबह के वक्त रेंगते नजर आए। दिल्ली के लोदी गार्डेन, आईजीआई एयरपोर्ट जैसे इलाकों में तेज बारिश देखी गई।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (DElhi Weather Update) का कहना है कि बिजली की तेज गड़गड़ाहट के साथ दिल्ली, हरियाणा (Haryana) , उत्तर प्रदेश (UP Rain) , राजस्थान (Rajasthan) के तमाम इलाकों में मध्यम से तेज बारिश का दौर अभी जारी रह सकता है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामानी के अनुसार दिल्ली में पिछले 27 घंटों के अंदर 29 से 20 सेमी. बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में हुई बारिश पांचवीं बार सबसे ज्यादा हुई बारिशों में से एक है।

 

19 सालों का टूटा रिकॉर्ड

वहीं जेनामानी ने बताया कि सितंबर माह में इस साल हुई बारिश ने 19 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। उनके अनुसार अभी बारिश के दो से तीन दौर और आ सकते हैं जो कि मध्यम से तेज होंगे। वहीं सफदरजंग और लोधी रोड इलाके में 11.2 सेमी. बाशि हुई है। गौरतलब है कि इससे पहले मौसम विभाग ने बुधवार को सुबह छह बजे दिल्ली-एनसीआर में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। विभाग ने बारिश से निचले इलाके और सड़कें जलमग्न होने के आसार जताये थे, साथ ही यह भी कहा था कि इससे प्रमुख सड़कों पर यातायात बाधित हो सकता है।

नोएडा और गाजियाबाद में भी हाल खराब

दिल्ली के अलावा तेज बारिश के कारण नोएडा व ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में भी यातायात काफी देर तक बाधित रहा। ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी गोल चक्कर, नोएडा के डीएनडी फ्लाईओवर, पर्थला गोल चक्कर तथा यहां के कई अंडरपास में पानी भरने की वजह से काफी देर तक जाम लगा रहा। तेज बारिश की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव और कई स्थानों पर बिजली गुल होने की भी खबरें हैं।

 

वहीं इस परेशानी में भी सोशल मीडिया पर लोग खूब चुटकुले बना रहे हैं। बसों में पानी भरने पर एक भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दुनिया की पहली वाटर बस की सुविधा प्रदान की है। अब लोग बसों में चलते हुए भी पानी में रहने का मजा ले सकते हैं। वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा कि दिल्ली में समुद्र के न होने की कमी पूरी हो गई है।

दिल्ली भाजपा नेता प्रीती अग्रवाल ने एक फ्लाईओवर से पानी गिरने की वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि दिल्ली सरकार ने वर्ल्ड क्लास सिटी में गाड़ियों को धुलने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का इंतजाम किया है। अब आप यहां बिना किसी झंझट के अपनी कार धुलवा सकते हैं। वीडियो में फ्लाईओवर से गिरते पानी के नीचे कई गाड़ियां खड़ी हैं।

अनुराग मिश्रा ने टिप्पणी की है कि दिल्ली में हमें सबसे ज्यादा समुद्र की कमी महसूस होती थी। हमारे पास न तो समुद्र है और न ही कोई बड़ी नदी जहां जाकर हम पानी में आनंद ले सकें। लेकिन अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कृपा से दिल्ली की हर गली, मोहल्ला और सड़कें समंदर बन गई हैं। अब आप अपने घर से निकलते ही राफ्टिंग करते हुए निकल सकते हैं।

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर स्वाती ने लिखा है कि पहले राफ्टिंग करने के लिए लोगों को हरिद्वार-ऋषिकेश जाना पड़ता था। थैंक्स टू केजरीवाल सर। अब हम अपने घर में ही राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं।

पानी की ताकत का इस्तेमाल करे सरकार

दिल्ली भाजपा प्रवक्ता नेहा शालिनी दुआ ने कहा कि राजधानी के लोगों को पानी के कारण दोहरी समस्या का सामना करना पड़ता है। गर्मियों में उन्हें पीने का पानी नहीं मिलता तो बारिश में उचित जलनिकासी न होने के कारण जगह-जगह पर जलभराव से लोगों को परेशानी होती है। सरकार को इस वर्षा जल का संग्रह कर लोगों की प्यास बुझाने का काम करना चाहिए। लेकिन उचित नीतियों के अभाव में यह काम नहीं कर पा रही है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1200 से ज्यादा तालाब हुआ करते थे। इनमें वर्षा जल संग्रह होने से सड़कों पर बाढ़ नहीं आती थी तो राजधानी का जलस्तर भी ऊंचा बना रहता था। इससे लोगों को पर्याप्त मात्रा में ग्राउंड वाटर भी मिल जाता था। लेकिन तालाबों की जमीन को अन्य कार्यों में इस्तेमाल कर लेने से हर गली-हर सड़क पर बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

योजना है, लेकिन चाल धीमी

दिल्ली सरकार ने दिल्ली के तालाबों को पुनर्जीवित करने का मिशन शुरू किया है। इसके अंतर्गत पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी और दक्षिणी दिल्ली के कई तालाबों के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। सीलमपुर की एरिया में तालाबों का जीर्णोद्धार कर उन्हें पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। लेकिन इसकी गति बेहद धीमी है। जरूरत को ध्यान में रखते हुए यमुना के किनारे उपलब्ध जगहों पर बड़े जल संग्रह केंद्र विकसित किए जाने के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।

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