त्यौहार और सर्दी के इस मौसम में कोरोना एक बार फिर दिल्ली को गिरफ्त में ले सकता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने राजधानी में कोरोना का सबसे खतरनाक दौर आने की संभावना जताई है। एक्सपर्ट कमिटी के हवाले से जैन का कहना है कि आने वाले दिनों में बेहद सावधानी की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, ‘एक्सपर्ट कमेटी ने बताया था कि दिल्ली में त्योहारों के सीजन और सर्दियों में 12-14 हजार तक मामले जा सकते हैं। डॉक्टर पॉल कमेटी ने कहा था कि आपको 15 हजार तक के हिसाब से तैयारी करनी है।
हालांकि एक्सपर्ट कमेटी ने जो बताया था उसके हिसाब से उन्होंने काफी ज्यादा नंबर बताया था, हमें लगता है उससे कम ही केस रहेंगे। अभी हर दिन 4 हजार केस आ रहे हैं, लेकिन हम तैयार हैं और सतर्क हैं।’
दिल्ली में 36 दिन बाद लगातार दो दिनों से चार हज़ार से ज़्यादा मामले रोज़ आ रहे हैं। इसी पर स्वास्थ्य मंत्री अपनी प्रतिक्रिया रख रहे थे। इतने ज़्यादा मामले क्या भीड़ के कारण आ रहे हैं।
सतेंद्र जैन ने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी ने त्यौहार और सर्दी दोनों को ही कोरोना के मामले बढ़ने का कारण बताया था। हम कंटेनमेंट पर पूरा फोकस कर रहे हैं, जो भी पॉजिटिव आता है उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग करते हैं, आइसोलेशन करते हैं।
जैन ने कहा दिल्ली में डबलिंग रेट करीब 70 दिन है। कोरोना अभी खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. जब तक इसकी दवाइयां नहीं निकलतीं हैं, तब तक मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए ही इससे बचाव किया जा सकता है।
उन्होने कहा कि, कोरोनावायरस अभी खत्म नहीं हुआ है, जब तक इस बीमारी की वैक्सीन या दवा नहीं आ जाती तब तक हमे अपने चेहरों पर मास्क जरूर पहनना चाहिए साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरी सावधानियों का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए ताकि इस बीमारी को हराया जा सके।
जैन ने कहा कि जो लोग कोरोना के गाइलाइंस का पालन नहीं कर रहे हैं उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है। लेकिन फिर भी, बहुत से लोग एक दूसरे से मिल रहे हैं। उन्होने कहा कि हम हर पॉजिटिव केस मिलने पर उसके संपर्क में आए लोगों को भी ट्रेस कर रहे हैं।
यदि परिवार का एक सदस्य का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आता है तो एहतियातन हम परिवार के अन्य सभी सदस्यों का भी टेस्ट कर रहे हैं। जिसके बाद बहुत से लोगों पॉजिटिव मिल रहे हैं। यही कारण है कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है।
दिल्ली में डॉक्टरों की भूख हड़ताल पर जैन ने कहा कि,” दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के तहत डॉक्टरो ने भूख हड़ताल का आह्वान किया है। डॉक्टरों के वेतन का भुगतान करने की बजाय, मुझे नहीं पता कि एमसीडी अपने फंड को कहां खर्च करती है। उनके पास होर्डिंग्स के लिए धन है लेकिन डॉक्टरों के वेतन के भुगतान के लिए नहीं है।