दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी में अमोनिया संकट को लेकर चुनाव आयोग को अपना जवाब सौंपा है। इस मुद्दे पर उन्होंने भाजपा और हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
केजरीवाल का चुनाव आयोग को जवाब
अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखते हुए कहा, “मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है। भाजपा के इशारे पर आप मुझ पर जो भी दंड लगाना चाहते हैं, मैं उसका खुले दिल से स्वागत करता हूं।” केजरीवाल ने आगे कहा, “दिल्ली में अब पानी में अमोनिया का स्तर 7 पीपीएम से घटकर 2 पीपीएम हो गया है, और यह हम सबके संघर्ष का परिणाम है।”
जहरीला पानी अब बंद, दिल्लीवासियों को बधाई
केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को बधाई दी और कहा कि “हमारा संघर्ष रंग लाया है और दिल्ली में जो जहरीला पानी आ रहा था, वह अब बंद हो गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे इस मुद्दे पर आवाज न उठाते, तो दिल्ली की आधी आबादी को पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ता।
भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से यह भी सवाल किया कि क्यों हरियाणा सरकार और भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा, “अगर चुनाव आयोग ने भाजपा के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो यह जनता के हित से अधिक सत्तारूढ़ पार्टी के हित को प्राथमिकता देने जैसा होगा।”
केजरीवाल का आखिरी बयान
केजरीवाल ने अंत में कहा, “अगर मुझे चुनाव आयोग से असंवैधानिक सजा दी जाती है, तो मैं उसका स्वागत करूंगा, क्योंकि यह दिल्लीवासियों को साफ पानी दिलाने और भारतीय लोकतंत्र को बचाने की दिशा में एक छोटी सी कीमत है।”
यमुना के पानी पर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है, और यह दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में किस दिशा में कदम उठाता है।