दिल्ली में वायु प्रदूषण से हालात चिंताजनक हैं। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण से राहत के लिए केंद्र सरकार से कृत्रिम बारिश कराने की मांग की है। साथ ही, ऑड-ईवन लागू करने की चर्चा भी जारी है। राय ने कहा कि केंद्र सरकार को तत्काल बैठक बुलानी चाहिए, जिसमें आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों समेत सभी संबंधित विभाग शामिल हों।
गोपाल राय का केंद्र पर आरोप
गोपाल राय ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को अगस्त, अक्टूबर और अक्तूबर में कई बार पत्र लिखे, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। राय ने कहा, “दिल्ली की हवा गंभीर रूप से प्रदूषित है। मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात बन चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक एक भी बैठक नहीं बुलाई।”
#WATCH | On air pollution, Delhi Environment Minister Gopal Rai says, "We are continuously working. We have banned BS-III petrol four wheelers, BS-IV diesel vehicles. All trucks, diesel buses coming from outside have been banned. Schools have been closed for 10th and 12th as… pic.twitter.com/ZZOUbiA3RC
— ANI (@ANI) November 19, 2024
ग्रेप-4 की पाबंदियां सख्ती से लागू
दिल्ली में ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के चौथे चरण की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। इसके तहत बीएस-4 डीजल वाहनों और बड़े ट्रकों की एंट्री पर रोक है। निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं। स्कूल भी 10वीं और 12वीं को छोड़कर बंद कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को प्रदूषण प्रभावित मरीजों के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा ने बांटे मास्क, मनोज तिवारी का पलटवार
दिल्ली भाजपा ने जनता को मास्क बांटने की पहल की है। इस बीच सांसद मनोज तिवारी ने गोपाल राय के बयानों को “राजनीतिक नौटंकी” करार दिया। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की समस्या पंजाब में अधिक है, लेकिन दिल्ली सरकार इस मुद्दे पर झूठ फैला रही है।
कृत्रिम बारिश की जरूरत पर जोर
गोपाल राय ने कहा कि दुनियाभर में कृत्रिम बारिश के जरिए प्रदूषण कम किया गया है। दिल्ली में हवा की गति धीमी और सर्दी बढ़ने से स्मॉग की चादर छा रही है। इसे तोड़ने के लिए कृत्रिम बारिश जरूरी है।
उत्तर भारत पर प्रदूषण का कहर
राय ने कहा कि दिल्ली ही नहीं, पूरे उत्तर भारत में हालात खराब हैं। बहादुरगढ़ का एक्यूआई 477, गुरुग्राम का 448 और भिवानी का 468 दर्ज किया गया है। केंद्र सरकार को सभी राज्यों के साथ मिलकर प्रदूषण पर आपात बैठक करनी चाहिए।