दिल्ली में छठ पूजा से पहले यमुना प्रदूषण पर सियासत तेज हो गई है। गुरुवार को BJP प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना में डुबकी लगाकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ विरोध जताया। सचदेवा ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने 2025 के चुनाव से पहले यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन अब नाकामी छिपाने के लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
रेड कार्पेट और सिंहासन पर आमंत्रण
सचदेवा ने ITO स्थित घाट पर रेड कार्पेट बिछाकर केजरीवाल और आतिशी को यमुना में डुबकी लगाने का आमंत्रण दिया, लेकिन दोनों में से कोई नहीं आया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा,”केजरीवाल को शीश महल में रहने की आदत है, इसलिए हमने उनका स्वागत करने के लिए रेड कार्पेट बिछाया और दो कुर्सियां रखीं। यह परंपरा आतिशी ने खुद शुरू की है।”
यमुना सफाई में फंड के दुरुपयोग का आरोप
सचदेवा ने आरोप लगाया कि यमुना सफाई के लिए आवंटित 8500 करोड़ रुपये का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा,”केजरीवाल और आतिशी ने यमुना को साफ नहीं किया, और अब नाकामी का ठीकरा दूसरे राज्यों पर फोड़ रहे हैं।”
दिल्ली के प्रदूषण और खराब सड़कों का मुद्दा
सचदेवा ने कहा कि पिछले 10 सालों में दिल्ली के प्रदूषण के लिए पूरी तरह अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर सिर्फ विज्ञापन चलाए गए, लेकिन जमीन पर कोई ठोस काम नहीं हुआ। दिल्ली की सड़कों की हालत भी बेहद खराब है, और केजरीवाल सरकार ने जनता को सिर्फ लूटा है।”
छठ पूजा के मौके पर राजनीति गरमाई
छठ पूजा से पहले यमुना के प्रदूषण को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। भाजपा ने अपने प्रदर्शन के जरिए जनता को दिखाने की कोशिश की है कि केजरीवाल सरकार ने वादे पूरे नहीं किए।